यमुनानगर।हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की सत्र 2019-2020 की 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में जिला यमुनानगर ने अपना एक विशेष रिकार्ड बनाया है। इस बार जिला 19वें स्थान से छठे स्थान पर रहा है और इसका सारा श्रेय शिक्षा विभाग के अधिकारियों व अध्यापकों को जाता है जिसके लिए सारा शिक्षा विभाग बधाई का पात्र है। इसके साथ-साथ विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत भी 10वीं कक्षा के अच्छे परिणाम लाने में सहायक सिद्घ हुई है तथा जिला एक लम्बी छलांग लगाने में कामयाब रहा है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का जो परिणाम घोषित किया है उसमें जिला यमुनानगर की स्थिति शानदार रही है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से हरियाणा विद्यालय बोर्ड के परीक्षा परिणाम में पीछे रहने वाले जिले ने इस बार कमाल कर दिया। घोषित परिणामों में 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने 67.96 प्रतिशत के साथ यमुनानगर जिला को छठा स्थान दिलाया है और इसमें अध्यापकों की मेहनत रंग लाई है। उन्होंने कहा कि अच्छा परीक्षा परिणाम आने से न केवल शिक्षा विभाग के अधिकारी बल्कि अध्यापक भी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। खुशी की बात हो भी क्यों न क्योंकि परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए अध्यापकों से लेकर अधिकारियों तक सभी ने खूब मेहनत की है।
उन्होंने अच्छा परिणाम लाने में विद्यार्थियों को विशेष रूप से बधाई दी है। उन्होंने बताया कि पूरे हरियाणा में जिला यमुनानगर ने पिछले वर्षों की तुलना सबसे अधिक परिणाम प्रतिशतता में सुधार किया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में जिला यमुनानगर का परीक्षा परिणाम 33 प्रतिशत, वर्ष 2018 में 36 प्रतिशत तथा 2019 में भी 36 प्रतिशत था, परन्तु इस वर्ष यह 67.96 प्रतिशत रहा है तथा इसमें 32 प्रतिशत का उछाल आया है जो पूरे राज्य में सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि अन्य किसी भी जिला के परीक्षा परिणाम में इतना उछाल नहीं आया है। उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष परिणाम को सुधारने की रणनीति तैयार की गई थी, जिसमें जिला स्तर पर एक कोर कमेटी का गठन किया गया था। जिला के हर शिक्षा ब्लाक के खराब परीक्षा परिणाम देने वाले तथा अच्छे परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों को चिंहित किया गया था। खराब परिणाम देने वाले स्कूलों में लगातार विभाग के अधिकारियों को निरीक्षण करना अनिवार्य किया गया था। इसके अतिरिक्त बोर्ड के पिछले 5 वर्षों के प्रश्र पत्रों का अभ्यास करवाना व स्कूल टाईम के बाद और छुट्टïी के दिनों में अतिरिक्त कक्षाएं लगवाने के कार्य ने भी परीक्षा परिणाम को सुधारनें में अपना योगदान दिया। उन्होंने स्पष्टï किया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों व अध्यापकों की मेहनत रंग लाई है।
जिला शिक्षा अधिकारी नमिता कौशिक ने बताया कि उपायुक्त मुकुल कुमार के कुशल दिशा-निर्देशन में शिक्षा विभाग के अधिकारी व अध्यापक निरंतर शिक्षा में सुधार की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि 10वीं कक्षा का इस वर्ष का परीक्षा परिणाम इसी बात का परिचायक है। उन्होंने कहा कि उपायुक्त महोदय व प्रशासन के अन्य अधिकारियों के मार्गदर्शन में सभी विद्यार्थियों को सक्षम बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जिला यमुनानगर शिक्षा मंत्री कंवर पाल का गृह जिला है और शिक्षा विभाग का प्रयास रहेगा कि भविष्य में भी यह जिला परीक्षा परिणामों के क्षेत्र में अग्रणीय स्थान पर रहे। उन्होंने सभी अध्यापकों तथा विद्यार्थियों को अच्छे परीक्षा परिणाम लाने के लिए विशेष रूप से बधाई दी है तथा आशा व्यक्त की कि आगे इसमें ओर सुधार किया जाएगा। उप जिला शिक्षा अधिकारी शिव कुमार धीमान ने बताया कि मास मार्च 2020 में सम्पन्न हुई 10वीं की परीक्षा में यमुनानगर जिला के 15320 नियमित विद्यार्थी बैठे थे, जिनमें से 10411 विद्यार्थी पास हुए। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे परीक्षा परिणाम प्रदर्शन को लेकर किरकिरी होती थी। क्योंकि हर साल जिले का नंबर 19 से 21 के बीच में रहता था, पर इस वर्ष इतिहास बदला है और आगे भी इस इतिहास को कायम रखने के लिए शिक्षा विभाग प्रयासरत रहेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आगे भी जिला के परीक्षा परिणाम बेहतर आएंगे और इसके लिए शिक्षा विभाग को ओर कड़ी मेहनत करनी होगी।