चंडीगढ़ । अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा का विस्तार करने की दिशा में कदम उठाते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने पहली बार विदेशी विद्यार्थियों को दाखिला देने की शुरुआत की है। विश्वविद्यालय ने विदेशी राष्ट्र की श्रेणी में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए विदेशी विद्यार्थियों से दाखिले के लिए 15 सितम्बर, 2020 तक आॅनलाइन आवेदन आमंत्रित किये हैं । इस संबंध में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने आज शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए विदेशी विद्यार्थियों की दाखिला विवरणिका (प्रोस्पेक्टस) को जारी किया। उन्होंने बताया कि अकादमिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देते हुए विश्व स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थी, संकाय तथा अनुसंधान के क्षेत्र में पारस्परिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों के साथ निरंतर सहयोग को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में 15 प्रतिशत सीटें और अन्य पाठ्यक्रमों में 5 प्रतिशत सीटें विदेशी विद्यार्थियों के लिए आरक्षित की हैं। इसके अलावा, विदेशी विद्यार्थियों के लिए अलग से छात्रावास की सुविधाएं भी विकसित की जा रही है। उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में विश्वविद्यालय सार्क देशों से विद्यार्थियों की अपेक्षा करता है।
प्रवक्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा दूसरे देश के विद्यार्थियों को विज्ञान, इंजीनियरिंग, पत्रकारिता और प्रबंधन के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले की पेशकश की गई है, जिसके लिए इच्छुक विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट jcboseust.ac.in/foreign-students पर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं तथा प्रोस्पेक्टस प्राप्त कर सकते हैं । इसके अलाव, विद्यार्थी ia@jcboseust.ac.in पर भी संपर्क कर सकते हैं । विदेशी राष्ट्र की श्रेणी में दाखिला के लिए पात्रता के बारे में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि भारत के अलावा किसी अन्य देश का वैध पासपोर्ट और नागरिकता रखने वाला उम्मीदवार अथवा ओवरसीज सिटीजन आफ इंडिया (ओसीआई) या पर्सन आफ इंडियन आरिजन (पीआईओ) अथवा खाड़ी देशों में भारतीय श्रमिकों के बच्चे दाखिले के लिए पात्र हैं । उन्होंने स्पष्ट किया कि एआईसीटीई के दिशानिर्देशों के अनुसार प्रवासी भारतीय (एनआरआई) तथा ऐसे भारतीय नागरिक जिन्होंने योग्यता परीक्षा किसी अंतर्राष्ट्रीय बोर्ड या विदेशी विश्वविद्यालय से की है, विदेशी राष्ट्र की श्रेणी के अंतर्गत दाखिले के पात्र नहीं है। विश्वविद्यालय में किसी भी पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले विदेशी उम्मीदवार को वैध स्टूडेंट वीजा या रिसर्च वीजा प्राप्त करना होगा और मूल दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे, जिसके बिना दाखिला नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि विदेशी विद्यार्थियों का दाखिला योग्यता परीक्षा की मेरिट के आधार पर किया जायेगा और इसके लिए अलग से कोई प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जायेगी।