अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ यमुनानगर ।उपायुक्त पार्थ गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा आपातकालीन स्थिति में जिला प्रशासन के साथ काम करने वाले वॉलिंटियर्स को सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग देने के लिए एमएलएन कॉलेज यमुनानगर में पांच दिवसीय ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम का शुभारंभ नगराधीश पीयूष गुप्ता ने किया। इस मौके पर नगराधीश पीयूष गुप्ता ने उपस्थित सभी वॉलिंटियर्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी आपदा के समय बचाव कार्यों बारे जागरूक करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा वॉलिंटियर्स के लिए पांच दिवसीय ट्रेनिंग कैम्प का आयोजन किया जा रहा है ताकि वे स्वेच्छा से आगे आकर इस कैंप का हिस्सा बन सकें और जब भी उनकी आवश्यकता हो, उनकी सहायता ली जा सके। बताया कि जब सायरन रुक-रुक कर बजे तो हवाई हमले की चेतावनी समझनी चाहिए तथा जब सायरन दो मिनट तक लगातार बजता रहे तो मान लेना चाहिए कि अब कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा के समय एक-एक मिनट बहुत महत्वपूर्ण होता है, आज सम्बन्धित टीमों द्वारा मॉक ड्रिल के माध्यम से जो हिदायतें एवं सावधानियां बारे हमें जानकारी दी जा रही है उसका हमें स्वयं प्रशिक्षण लेना है और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना है। ट्रेनिंग सेशन के दौरान जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि आपदा की स्थिति में भ्रामक प्रचार से दूर रहें, अफवाहों से बचें। उन्होंने कहा कि अपने आपको जागरूक रखना चाहिए तथा सोशल मीडिया पर आने वाले किसी भी मैसेज को बिना सोचे-समझे फारवर्ड न करें। ऐसे समय में हमें घबराना नहीं है, सयंम रखना है और अपने-आप को मानसिक रूप से मजबूत बनाना है। ऐसी सावधानियां एवं हिदायतें बरतकर आपदा से काफी हद तक बचाव किया जा सकता है।
अंबाला कवरेज @ यमुनानगर ।उपायुक्त पार्थ गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा आपातकालीन स्थिति में जिला प्रशासन के साथ काम करने वाले वॉलिंटियर्स को सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग देने के लिए एमएलएन कॉलेज यमुनानगर में पांच दिवसीय ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम का शुभारंभ नगराधीश पीयूष गुप्ता ने किया। इस मौके पर नगराधीश पीयूष गुप्ता ने उपस्थित सभी वॉलिंटियर्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी भी आपदा के समय बचाव कार्यों बारे जागरूक करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा वॉलिंटियर्स के लिए पांच दिवसीय ट्रेनिंग कैम्प का आयोजन किया जा रहा है ताकि वे स्वेच्छा से आगे आकर इस कैंप का हिस्सा बन सकें और जब भी उनकी आवश्यकता हो, उनकी सहायता ली जा सके। बताया कि जब सायरन रुक-रुक कर बजे तो हवाई हमले की चेतावनी समझनी चाहिए तथा जब सायरन दो मिनट तक लगातार बजता रहे तो मान लेना चाहिए कि अब कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा के समय एक-एक मिनट बहुत महत्वपूर्ण होता है, आज सम्बन्धित टीमों द्वारा मॉक ड्रिल के माध्यम से जो हिदायतें एवं सावधानियां बारे हमें जानकारी दी जा रही है उसका हमें स्वयं प्रशिक्षण लेना है और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना है। ट्रेनिंग सेशन के दौरान जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि आपदा की स्थिति में भ्रामक प्रचार से दूर रहें, अफवाहों से बचें। उन्होंने कहा कि अपने आपको जागरूक रखना चाहिए तथा सोशल मीडिया पर आने वाले किसी भी मैसेज को बिना सोचे-समझे फारवर्ड न करें। ऐसे समय में हमें घबराना नहीं है, सयंम रखना है और अपने-आप को मानसिक रूप से मजबूत बनाना है। ऐसी सावधानियां एवं हिदायतें बरतकर आपदा से काफी हद तक बचाव किया जा सकता है।
इस अवसर पर कमांडिंग ऑफिसर अमरजीत सिंह ने पहले दिन युवाओं को सायरन की आवाज से मिलने वाली सूचनाओं के बारे में जानकारी दी और स्ट्रेचर, ब्लैंकेट, रस्सी, टु हैंड शीट और थ्री हैंड शीट का इस्तेमाल कर रेस्क्यू करना सिखाया। आपदा प्रबंधन की टीम के सदस्यों ने मॉक ड्रिल से घायल व्यक्ति को कैसे बाहर निकाला जा सकता है और प्राथमिक उपचार के साथ-साथ अस्पताल पहुंचाने की गतिविधि को मॉक ड्रिल के माध्यम से दर्शाया गया । इस अवसर पर कॉलेज प्रिंसिपल ने जिला प्रशासन का सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग को एमएलएन कॉलेज परिसर में करवाने के लिए धन्यवाद किया। इस अवसर पर एक सोच नई सोच संस्था के संस्थापक शशी गुप्ता ने युवाओं को प्रेरित करते हुए बताया कि हमारे जवान बॉर्डर पर देश की सेवा करते है और जरूरत पड़ने पर हमें भी देश की सेवा करने के लिए तैयार रहना चाहिए ताकि आपातकालीन की स्थिति में ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद की जा सके। इस मौके पर डीआईपीआरओ डॉ. मनोज कुमार, कमांडिंग ऑफिसर अमरजीत, कॉलेज प्रिंसिपल अनिल धवन, एक सोच नई सोच संस्था के संस्थापक शशी गुप्ता, कॉलेज टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टॉफ व बड़ी संख्या में वॉलिंटियर्स उपस्थित रहे।