अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ यमुनानगर ।आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक पेंशनर्स एंड रिटायर्ड एसोसिएशन यमुनानगर सर्कल क़े केंद्रीय संगठन सचिव आर के वोहरा ने बताया कि आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक पेंशनर्स एंड रिटायर्ड एसोसिएशन यमुनानगर सर्कल से तीन सदस्यों का दल केंद्रीय संगठन सचिव आर के वोहरा, सचिव एस पी कम्बोज ओर वाईस प्रेजिडेंट अनिल प्रशांर सेंट्रल एग्जीक्यूटिव बॉडी की मीटिंग अटेंड करने क़े लिए पूरी (उडीसा) क़े लिए रवाना हुए 20 मार्च को पूरी में अगली रणनीति तय करने क़े लिए मीटिंग रखी गई है पूरे भारत वर्ष से 100 प्रतिनिधियों क़े पहुंचने की सम्भावना हे । इस मीटिंग मे मुख्य रूप से दिल्ली से एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार के डी खेड़ा, पटना से महा सचिव श्योराण, जयपुर से प्रेजिडेंट एम एल गुप्ता, भोपाल से चेयरमैन आशीष सेन, रोहतक से एम एल अरोड़ा अपने विचार रखेंगे इस समय बैंक से सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पैंशन अन्य विभागों की तुलना में बहुत ही कम है। जो पेंशन 1995 में मिलती थी वही अब मिल रही है। जिस प्रकार से मंहगाई बढ़ रही है पेंशनर्स का गुजारा काफी मुश्किल होता जा रहा है। बैंक कर्मचारियों की पेंशन का गठन 1995 में किया गया था लेकिन उसके बाद आज तक रिवीजन नही किया गया जब की सेंटर और स्टेट के कर्मचारियों की हर चार साल बाद पेंशन का रिवीजन होता है। इस विषय में बैंक कर्मचारियों की बैंक मैनेजमेंट के साथ कई बार मीटिंग हुई किंतु कोई भी मांग को पूरा नहीं किया ।
अंबाला कवरेज @ यमुनानगर ।आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक पेंशनर्स एंड रिटायर्ड एसोसिएशन यमुनानगर सर्कल क़े केंद्रीय संगठन सचिव आर के वोहरा ने बताया कि आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक पेंशनर्स एंड रिटायर्ड एसोसिएशन यमुनानगर सर्कल से तीन सदस्यों का दल केंद्रीय संगठन सचिव आर के वोहरा, सचिव एस पी कम्बोज ओर वाईस प्रेजिडेंट अनिल प्रशांर सेंट्रल एग्जीक्यूटिव बॉडी की मीटिंग अटेंड करने क़े लिए पूरी (उडीसा) क़े लिए रवाना हुए 20 मार्च को पूरी में अगली रणनीति तय करने क़े लिए मीटिंग रखी गई है पूरे भारत वर्ष से 100 प्रतिनिधियों क़े पहुंचने की सम्भावना हे । इस मीटिंग मे मुख्य रूप से दिल्ली से एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार के डी खेड़ा, पटना से महा सचिव श्योराण, जयपुर से प्रेजिडेंट एम एल गुप्ता, भोपाल से चेयरमैन आशीष सेन, रोहतक से एम एल अरोड़ा अपने विचार रखेंगे इस समय बैंक से सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पैंशन अन्य विभागों की तुलना में बहुत ही कम है। जो पेंशन 1995 में मिलती थी वही अब मिल रही है। जिस प्रकार से मंहगाई बढ़ रही है पेंशनर्स का गुजारा काफी मुश्किल होता जा रहा है। बैंक कर्मचारियों की पेंशन का गठन 1995 में किया गया था लेकिन उसके बाद आज तक रिवीजन नही किया गया जब की सेंटर और स्टेट के कर्मचारियों की हर चार साल बाद पेंशन का रिवीजन होता है। इस विषय में बैंक कर्मचारियों की बैंक मैनेजमेंट के साथ कई बार मीटिंग हुई किंतु कोई भी मांग को पूरा नहीं किया ।
उन्होंने कहा कि कुछ समय पूर्व पंजाब नैशनल बैंक में दो बैंको का मर्जर हुआ जिस की एक शर्त के अनुसार यदि किसी बैंक के कर्मचारियों को कोई अतिरिक्त सुविधा मिल रही है तो वह जारी रहेगी तथा मर्ज हुए अन्य बैंकों के कर्मचारियों को भी मिलेगी। उस समय ओरिएंटल बैंक के पैंशनर्ज को 4 हजार रुपये प्रति वर्ष मेडिकल के मिलते थे और यूनाइटेड बैंक के पैंशनर्ज को प्रति वर्ष दस हजार रुपये का ऋण बिना ब्याज के मिलता था। परन्तु मर्जर के पश्चात् पंजाब नेशनल बैंक ने यह सुविधा सभी पेंशनर्स के लिए बंद कर दी जोकि मर्जर के नियमों की अवहेलना है। एसोसिएशन के माध्यम से यह मुद्दा बैंक की ऑथोरिटीज व सरकार के साथ उठाया गया जिसकी अभी तक सुनवाई नहीं हुई। हेल्थ इंश्योरेंस का वार्षिक प्रीमियम भी बहुत अधिक है जोकि बैंक को वहन करना चाहिए जेसे वो कार्यरत कर्मचारियों पर करती हैं। आगे की रणनीति तय करने के लिए 20 मार्च को पूरी ( उर्रिसा) मे आल इंडिया बॉडी की मीटिंग है। मीटिंग में यमुनानगर से 21 सदस्यों का दल भेजा जाएगा।