अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। हरियाणा के अम्बाला शहर में भगवान नौरंग राय पवित्र प्राचीन सरोवर और श्री महावीर पार्क के निर्माण व सौंदर्यीकरण कार्यों में कथित भ्रष्टाचार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह पवित्र सरोवर, जो लोगों की धार्मिक भावनाओं और आस्था का केंद्र है तथा धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता दिख रहा है। इस मुद्दे को लेकर अम्बाला शहर के विधायक और पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक को पत्र लिखकर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं और सरकारी धन के दुरुपयोग की गहन जांच की मांग की है। अपने पत्र में निर्मल सिंह ने इन परियोजनाओं में लाखों रुपये के घोटाले,घटिया सामग्री के उपयोग और मापदंडों की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसने न केवल जनता के धन की लूट को उजागर किया है, बल्कि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही पर भी गहरे सवाल खड़े किए हैं।
अंबाला कवरेज @ अंबाला। हरियाणा के अम्बाला शहर में भगवान नौरंग राय पवित्र प्राचीन सरोवर और श्री महावीर पार्क के निर्माण व सौंदर्यीकरण कार्यों में कथित भ्रष्टाचार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह पवित्र सरोवर, जो लोगों की धार्मिक भावनाओं और आस्था का केंद्र है तथा धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता दिख रहा है। इस मुद्दे को लेकर अम्बाला शहर के विधायक और पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक को पत्र लिखकर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं और सरकारी धन के दुरुपयोग की गहन जांच की मांग की है। अपने पत्र में निर्मल सिंह ने इन परियोजनाओं में लाखों रुपये के घोटाले,घटिया सामग्री के उपयोग और मापदंडों की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसने न केवल जनता के धन की लूट को उजागर किया है, बल्कि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही पर भी गहरे सवाल खड़े किए हैं।
निर्मल सिंह ने अपने पत्र में लिखा, “पिछले 10 वर्षों से भगवान नौरंग राय पवित्र प्राचीन सरोवर और श्री महावीर पार्क के नाम पर सरकारी खजाने से लाखों रुपये खर्च किए गए, लेकिन इन कार्यों की गुणवत्ता और निष्पादन की स्थिति शर्मनाक है। घटिया सामग्री का उपयोग, निर्माण में मापदंडों की अनदेखी और सरकारी धन का खुला दुरुपयोग इस बात का प्रमाण है कि इन परियोजनाओं को कुछ अधिकारियों, राजनेताओं और ठेकेदारों ने मिलकर लूट का अड्डा बना लिया है।” उन्होंने इस घोटाले को “जनता और उनकी धार्मिक आस्था के साथ विश्वासघात” करार देते हुए कहा कि यह आम नागरिकों के हक और उनकी पवित्र भावनाओं पर डाका डालने की सुनियोजित साजिश है।
“लूट का अड्डा बने पवित्र सरोवर और पार्क”
निर्मल सिंह ने अपनी प्रखर और आक्रामक शैली में कहा, “अम्बाला की जनता को पवित्र सरोवर की निर्मलता और सुंदर पार्क का सपना दिखाकर कुछ भ्रष्ट लोग सरकारी खजाने को दोनों हाथों से लूट रहे हैं। भगवान नौरंग राय पवित्र प्राचीन सरोवर, जो हमारी सांस्कृतिक,धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है और लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है, उसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया। श्री महावीर पार्क की हालत भी कुछ अलग नहीं है। ये परियोजनाएं जनता और उनकी धार्मिक भावनाओं के लिए नहीं, बल्कि ठेकेदारों और अधिकारियों की जेब भरने का जरिया बन गई हैं।” उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्यों इन कार्यों में पारदर्शिता नहीं बरती गई और क्यों बार-बार एक ही ठेकेदारों को लाभ पहुंचाया गया।
“जनता का पैसा, जनता का हक”
निर्मल सिंह ने हरियाणा सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा, “यह शर्मनाक है कि जिस सरकार को जनता और उनकी धार्मिक आस्था के हितों की रक्षा करनी चाहिए, वह भ्रष्टाचार के इस नंगे नाच को मूकदर्शक बनकर देख रही है। जनता का पैसा जनता का हक है, और हम इसे लुटने नहीं देंगे। मैंने एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक से मांग की है कि इस घोटाले की परत-दर-परत जांच हो, चाहे उसमें कोई भी बड़ा नाम क्यों न उजागर हो।” उन्होंने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, “चाहे वह अधिकारी हों, राजनेता हों या ठेकेदार, कोई भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। जनता का पैसा और पवित्र सरोवर की गरिमा लूटने वालों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।”
“एसीबी की निष्पक्षता पर भरोसा”
निर्मल सिंह ने हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की निष्पक्षता और ईमानदारी पर भरोसा जताते हुए कहा, “हमें एसीबी पर पूरा विश्वास है कि वह इस मामले में निष्पक्ष और तेजी से कार्रवाई करेगी। यह जांच केवल भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने के लिए नहीं, बल्कि जनता के विश्वास और उनकी धार्मिक आस्था को बहाल करने के लिए भी जरूरी है।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वह इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाएंगे और जनता के बीच जाकर आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
आरोपों की गंभीरता और जनता की नाराजगी
स्थानीय निवासियों के अनुसार, भगवान नौरंग राय पवित्र प्राचीन सरोवर और श्री महावीर पार्क के निर्माण कार्यों में बार-बार देरी और गुणवत्ता की कमी ने जनता में गहरी नाराजगी पैदा की है। इस पवित्र सरोवर के प्रति लोगों की गहरी आस्था है, और इसके सौंदर्यीकरण के नाम पर हुए कार्यों की खराब स्थिति ने उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। सरोवर के आसपास बने ढांचे कुछ ही महीनों में जर्जर हो गए, और पार्क में लगाए गए पौधे और बेंच भी खराब हालत में हैं।उन्होंने कहा की “हमारे टैक्स का पैसा और हमारी आस्था के केंद्र पर इस तरह की लूट अस्वीकार्य है। यह साफ दिखता है कि पैसे की बंदरबांट हो रही है।
उन्होंने कहा की “यह भ्रष्टाचार का खुला खेल है, जो न केवल जनता के धन की लूट है,बल्कि उनकी धार्मिक आस्था के साथ भी खिलवाड़ है। सरकार को जवाब देना होगा कि इतने बड़े पैमाने पर धन का दुरुपयोग कैसे हुआ।
निर्मल सिंह ने जारी प्रेस व्यगपति को समाप्त करते हुए जोर देकर कहा “यह केवल भगवान नौरंग राय पवित्र प्राचीन सरोवर या श्री महावीर पार्क का सवाल नहीं है, यह हरियाणा की जनता के सम्मान, हक और उनकी धार्मिक आस्था का सवाल है। हम जनता और उनकी पवित्र भावनाओं की आवाज को दबने नहीं देंगे। भ्रष्टाचार के इस दलदल को साफ करने के लिए हम हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे, चाहे वह सड़क हो या विधानसभा हो।”