अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। संगीत न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह मानसिक शांति, आत्म अभिव्यक्ति, और सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित करने का भी महत्वपूर्ण साधन है। यह भावनाओं को गहराई से व्यक्त करता है। और समाज को जोड़ने का भी कार्य करता है यह कहना है प्रसिद्ध संगीतज्ञ श्री हेम भारद्वाज जी का, जिनके निर्देशन में संगीत का मासिक कार्यक्रम राग रंग संगीत माला ।। स्वरांजली।। “सुरों की मिठास, संगीत का एहसास” के बैनर में आयोजनकिया जाता है। इसमे संगीत कला के प्रेमी और विद्यार्थी, एक महीने की साधना के बाद, मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। इस श्रृंखला का इस बार का कार्यक्रम अंबाला कैंट के फीनिक्स क्लब में किया गया। इस कार्यक्रम में अनेक कलाकारों ने राग यमन, राग भैरवी तथा अन्य अनेक गीतों के माध्यम से कार्यक्रम का समा बांध दिया। अद्भुत प्रतिभा प्रदर्शन से सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। आये हुए विशिष्ट अतिथियों द्वारा सभी प्रतिभागियों के गायन और श्री हेम भारद्वाज जी के प्रयास की खूब सराहना करी गई। श्री हेम भारद्वाज जी संगीत शिक्षा देने के साथ साथ, समय समय पर शास्त्रीय गायन और उप शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति भी देते रहते है। ऐसे कार्यक्रम लोगों को मनोरंजन के साथ साथ संगीत से भी परिचित कराते हैं। सभी ने कार्यक्रम का जी भर कर आनंद उठाया और यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
edited by alka rajput