अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। आयुक्त नगर निगम सचिन गुप्ता आई०ए०एस० द्वारा जानकारी देते बताया कि नारायणगढ़ को एक महीने के अभियान के बाद आवारा पशु मुक्त घोषित किया गया स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित शहरी स्थानों के लिए मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, जिला प्रशासन यह घोषणा करते हुये नारायणगढ को 1 महीने के निरन्तर और समन्वित प्रयास के बाद सफलतापूर्वक आवारा पशु मुक्त बनाया गया है कुल 110 आवारा पशुओं को सुरक्षित और मानवीय तरीके से पंजीकृत गौशालाओं में स्थानांतरित किया गया हैं। जहा उन्हें उचित देखभाल व आश्रय मिल रहा हैं। इस पहल की दीर्घकाल सफलता सुनिश्चित करने के लिए, शहर को 15 दिवसीय अवलोकन अवधि के तहत रखा गया है। जिसके दौरान क्षेत्र की बारीकी से निगरानी की जा रही हैं। अब तक किसी भी आवारा पशु के देखे जाने या शिकायत की सूचना नही मिली हैं। जोकि इस अभियान की प्रभावशीलता की पृष्टि करता हैं। पुर्नवास के अलावा, प्रशासन ने टिकाओं प्रथाओं की शुरूआत की हैं। जिसमें गाय के गोबर को जैविक खाद में बदलना और पर्यावरण के अनुकूल प्लांटर्स लगाना शामिल हैं। इसके अतिरिक्त पर्यावरणीय स्थिरता और संसाधन अनुकूलन के प्रति हगारी प्रतिबद्धता के अनुरूप, मवेशियों के अपशिष्ट को अक्षय ऊर्जा में बदलने के लिए बायोगैस यंत्र स्थापित करने की योजनायें चल रही हैं।
हम नारायणगढ नगर सीमित क्षेत्र और आस-पास के गांव के निवासियों से आग्रह करते है कि वे किसी भी आवारा मवेशी के देखने पर प्रशासन को तुरंत सूचित करके इस अभियान का सक्रिय रूप से समर्थन करें आवारा मवेशियों को गौशाला में तत्काल स्थानांतरित करने के लिए पर्याप्त और अच्छी तरह से प्रबंधित बुनियादी ढांचा मौजूद है और शहर की आवारा मवेशी मुक्त स्थिति को बनाये रखने के लिए सार्वजनिक सहयोग महत्वपूर्ण है। इस सफलता के बाद बराडा, अम्बाला सदर, अम्बाला शहर में भी इसी तरह के प्रयास तेज किये जा रहे है। जिसमें बराडा पर तत्काल ध्यान दिया जा रहा है। पंजाब के साथ अम्बाला की सीमा की निकटता को देखते हुये जिला में आवारा पशुओं की समस्या का स्थायी और दीर्घकालिक समाधान सुनिश्चित करने के लिए निवारक रणनीतियों पर भी काम कर रहा है जिला प्रशासन सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित शहरी स्थानों के निर्माण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, और इस मिशन को सफल बनानें में जनता और सभी हितधारकों के समर्थन और सहयोग की गहराई से सराहना करता हैं।