ambala coverage news : भारत की एकता व गौरव को साकार करता है हमारा संविधान – राजीव सजल

अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ यमुनानगर। भारत रत्न संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती के उपलक्ष्य में वीरवार को अंबेडकर भवन में संविधान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव सजल ने मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता मेयर सुमन बहमनी ने की। विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा, जिला परिषद चेयरमैन रमेश ठसका, पूर्व मेयर मदन चौहान, पूर्व विधायक बलवंत सिंह, कपाल मोचन गुरु रविदास मंदिर डेरा बाबा लाल दास में गद्दी नशीन महंत संत निर्मल दास ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम संयोजक ईश्वर पलाका ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संविधान की भूमिका और आज के परिप्रेक्ष्य में इसकी प्रासंगिकता पर विचार रखे। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को पुष्प अर्पित करके की। समारोह में बतौर मुख्य वक्ता राजीव सजल ने बाबा साहेब के योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डा. अंबेडकर का दृष्टिकोण आज भी देश को सही दिशा देने में मार्गदर्शक सिद्ध हो रहा है। आज हम भारत के जिस संविधान पर गौरव का अनुभव करते हैं, उसके निर्माण में डॉ. भीमराव अंबेडकर के कुशल नेतृत्व एवं विचारों की अमिट छाप है।
उन्होंने संविधान बनाते समय यह सुनिश्चित किया कि समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति भी राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दे सकें। सरल भाषा में संविधान को बताना है तो यह भारतीयों के गौरव तथा भारत की एकता इन दो मूल मंत्रों को साकार करता है। उन्होंने संविधान की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि भारत के सामाजिक न्याय, समानता और स्वतंत्रता का मूल आधार है। यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने डॉ. अंबेडकर के जीवन और संघर्ष को याद किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने विषम परिस्थितियों में भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और समाज को एक नई दिशा दी। नगर निगम मेयर सुमन बहमनी ने बाबा साहेब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज अगर हम आगे बढ़ रहे हैं तो उसका श्रेय बाबा साहेब के उन विचारों को जाता है, जिन पर चलकर हम सामाजिक समानता की ओर अग्रसर हो रहे हैं। बाबा साहेब दलितों, शोषितों व नारियों के मुक्तिदाता थे। उनके संविधान की वजह से ही आज हम खुली हवाओं में सांस ले रहे हैं। आयुष विभाग हरियाणा के पूर्व डायरेक्टर डॉ. सतपाल बहमनी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को संविधान और बाबा साहेब के विचारों को जानना और समझना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने शिक्षा और सामाजिक जागरूकता के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की अपील की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद और युवाओं की उपस्थिति रही। सभी ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और संविधान की उद्देशिका का सामूहिक पाठ भी किया गया। मौके पर रोजी मलिक आनंद, रामनिवास गर्ग, कृष्ण सिंगला, जंगशेर सिंह, प्रभा सागर, दीक्षा बरार, पार्षद रीना रस्तोगी, मंजीत कौर, शिव राम, तिलकराज, सोमनाथ नंबरदार, विशाल सैनी, काला राम आदि मौजूद रहें।

Leave a Comment

और पढ़ें