अमित कुमार
अंबाला कवरेज@ अंबाला। सनातन धर्म महाविद्यालय, अंबाला के जीव विज्ञान विभाग द्वारा जीवाणु उद्योग में करियर के अवसर विषय पर एक विशेष विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को माइक्रोबायोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी जैसे उभरते क्षेत्रों में उपलब्ध रोजगार एवं शोध के अवसरों से परिचित कराना था। कार्यक्रम की शुरुआत चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, मोहाली के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राम कुमार पुंडीर के औपचारिक स्वागत से हुई। डॉ. पुंडीर ने अपने व्याख्यान में औद्योगिक माइक्रोबायोलॉजी, फार्मास्यूटिकल, खाद्य प्रसंस्करण, और कृषि जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में करियर की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को सूक्ष्मजीवों के पृथक्करण, शुद्धिकरण, संरक्षण और संवर्धन की आधुनिक तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही, उन्होंने श्रेष्ठ सूक्ष्मजीवों की स्क्रीनिंग और पहचान की वैज्ञानिक विधियों को भी रेखांकित किया, जो उद्योग एवं अनुसंधान जगत में अत्यंत उपयोगी हैं। प्राचार्या डॉ. अल्का शर्मा ने व्याख्यान के महत्व पर बल देते हुए इसे विद्यार्थियों के करियर निर्माण में सहायक बताया और आयोजन के लिए जीवन विज्ञान विभाग को बधाई दी।कार्यक्रम का सफल संयोजन श्री सुमित छिब्बर और सह-संयोजन डॉ. सोनिया बत्रा द्वारा किया गया। वनस्पति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्या जैन ने कहा कि माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से बढ़ते शोध व नवाचार के अवसरों को समझना विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।यह व्याख्यान विद्यार्थियों के लिए विज्ञान के क्षेत्र में नए दृष्टिकोण और संभावनाओं के द्वार खोलने वाला सिद्ध हुआ। इस प्रकार के शैक्षणिक आयोजन छात्रों को न केवल प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें अकादमिक और व्यावसायिक रूप से सशक्त भी बनाते हैं।
edited by alka rajput