अंबाला कवरेज @ अमित अठवाल। हरियाणा सरकार ने नगर निगम व नगर परिषद के चुनाव जल्द करवाने की घोषणा कर दी है और कयास लगाए जा रहे है कि अंबाला शहर में भी मेयर का पद खाली होने के बाद उपचुनाव होना तय है और जनवरी 2025 में चुनाव की घोषणा हो सकती है। इसी को लेकर एक बार फिर कांग्रेसी खेमे में पूरी हलचल है और कई कांग्रेसी नेता इस उपचुनाव में लड़ने की इच्छा रखते हैं। फिलहाल पार्टी किसपर विश्वास करती है यह तो समय बताएंगा, लेकिन जोड़ तोड़ शुरू हो चुका है।
अंबाला शहर नगर निगम की बात की जाए तो यहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की धर्मपत्नी शक्तिरानी शर्मा मेयर के पद को संभाल रही थी, लेकिन पिछले दिनों हुए चुनाव के बाद वह कालका से विधायक बन गई और उसके बाद मेयर पद खाली है। हरियाणा सरकार ने पिछले दिनों शैडयूल जारी किया है, जिसमें अंबाला शहर नगर निगम में मेयर पद के लिए उपचुनाव करवाने की बात कही है। तब से लगातार कांग्रेसी खेमे में चर्चाएं तेज हैं और कांग्रेसी नेता जोड़ तोड़ करने में लगी है।
अंबाला शहर नगर निगम में होने वाले मेयर के उपचुनाव को लेकर कांग्रेसी नेताओं में सबसे ज्यादा प्रबल दावेदार के तौर पर डिप्टी मेयर राजेश मेहता का नाम चर्चाओं में है। मेहता की बात करें तो वह डिप्टी मेयर बनने के बाद नगर निगम में बैठकर लोगों की समस्याओं का हल करवाते हैं और सीधा लोगों के साथ जुड़े हुए हैं। वहीं राजेश मेहता के बाद अंबाला शहर के सभी 20 वार्डों में काम करने के लिए अपनी टीम है। राजेश मेहता के बाद अंबाला में अपनी अलग पहचान रखने वाले दिवंगत दिलीप बिट्टू चावला की धर्मपत्नी अमीषा चावला का नाम भी चर्चाओं में है। इससे पहले भी वह आजाद प्रत्याशी के तौर पर मेयर का चुनाव लड़ चुकी हे और जनता के विश्वास के साथ अच्छे वोट हासिल करने में कामयाब रही थी।
इसके साथ ही कांग्रेस की टिकट पर पहले चुनाव लड़ चुकी कांग्रेसी नेता पवन अग्रवाल की धर्मपत्नी मैदान में टककर दे चुकी है। ऐसे में उपचुनाव में पवन अग्रवाल परिवार की भी चर्चाएं जोरों पर हैं। इतना ही नहीं कांग्रेसी नेता विनोद धीमान, कांग्रेसी नेता ईशु गोयल का नाम भी चल रहा है। चर्चाओं की बात करें तो इसके अलावा कई ओर नाम भी है, लेकिन अभी वह खुलकर सामने आने को तैयार नही है।