अंबाला। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोक ने के लिए जिला प्रशासन पहले से ही पुरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है। कोरोना के कारण लोगों के जहन में पैदा हुई चिंता को दुर करने के लिए भी जिला प्रशासन ने अपने प्रयासों की पंतग उड़ा दी है। डीसी अशोक शर्मा के मार्गदर्शन में अधिकारियों की टीम ने लोगों को मानसिक रूप से और मजबुत और सशक्त बनाने का बीड़ा उठाया है। जिला प्रशासन द्वारा आज समूचे जिला में एक जन उपयोगी महत्वपूर्ण सेवा शुरू की गई हैं। इस सेवा के तहत जिले का कोई भी नागरिक, जो किसी भी गम्भीर बीमारी से पीड़ित है, वह हैल्पलाईन नम्बर 1950 पर फोन करके सन्दर्भित विषय को लेकर परामर्श ले सकता हैं।
डीसी अशोक कुमार शर्मा ने शुक्रवार को हैल्पलाईन नंबर 1950 शुरू करने उपरान्त कहा कि हमारा मुख्य उद््ेश्य जिला में रहने वाले हर व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त और मजबूत बनाना है। कोरोना वायरस के सक्रमंण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन पहले से ही मजबती के साथ काम कर रहा हैं। कोरोना काल के दौरान लोग चिंतित ना हो बल्कि हैल्पलाईन नम्बर 1950 पर सम्पर्क करके परामर्श लें। यह सेवा 24 घंटे काम करेगी। इसकी दो व्यवस्थाएं बनाई गई हैं। प्रथम व्यवस्था के तहत हैल्पलाईन नम्बर संचालकों द्वारा संचालित किया जाएगा जो कोविड-19 के साथ साथ सम्बधिंत विषयों पर पुछे गए सवालों का जवाब देगें और मार्गदर्शन करेगे और यदि आवश्यक हुआ तो उन्हें मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध करवाने बारे भी मार्गदर्शन करेगें।
जानकारी के क्रम में डीसी ने आगे बताया कि व्यवस्था के दूसरे चरण में एमबीबीएस डाक्टरों, आयुष वालंटियर डाक्टरों, काउंसलरों द्वारा लोगों के स्वास्थ्य रक्षण के दृष्टिद्दगत सार्थक काम किया जाएगा। रिस्क एसेसमैन्ट काउंसलिंग के लिए निर्धारित नियमानुसार दोपहर 12 बजे, 3 बजे और सांय 5 बजे संबधिंत व्यक्ति हैल्पलाईन नम्बर से जुड़ सकते हैं। प्रशासन की इस पहल का मुख्य उद््ेश्य लोगों को मानसिक रूप से मजबूत और परिपक्व करना भी हैं। यह सेवा विशेष रूप से कन्टेमेन्ट क्षेत्र रहने वाले उन लोगों के लिए लाभदायक होगी जो तपेदिक, कैंसर, डायलिसिस इत्यादि बीमारियों से पीड़ित है। गर्भवती महिलाएं भी इस हैल्पलाईन पर सम्बधिंत विषय को लेकर जानकारी प्राप्त कर सकती हैं। यदि किसी व्यक्ति को घर पर किसी जोखिम से बचने के लिए संगरोध केन्द्र पर आवास की आवश्यकता होगी तो प्रशासन द्वारा सम्बधिंत व्यक्ति के लिए सगंरोध केन्द्रों में रहने की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होनें हैल्पलाईन सेवा के विषय में आगे बताया कि प्रथम सप्ताह में डायलिसिस, कैंसर, तपेदिक, गर्भवती महिलाओं के उनके अन्तिम ट्राईमेस्टर, वरिष्ठ नागरिक तथा आयुषमान भारत के लाभार्थियों को प्रथम सप्ताह में करीब पांच हजार कॉल करने का लक्ष्य रखा गया हैं। भविष्य के लिए इस विषय को लेकर एक डाटाबेस भी तैयार किया जाएगा। हैल्पलाईन नम्बर 1950 के संचालक उपचार और चैकअप के लिए उपलब्ध आस-पास के अस्पतालों से सम्बधिंत चिकित्सा सहायता, मानसिक स्वास्थ्य सम्बधी प्रश्रों की जानकारी भी देगें। कोरोना के चलते लोगों में संक्रमण का डर बना रहता हैं। ऐसे में हैल्पलाईन नम्बर 1950 सम्बधिंत अस्पतालों विशेष डाक्टरों और परामर्शदाताओं की जानकारी प्रदान करेगा।