चंडीगढ़। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने कहा कि देश के अन्नदाता किसान की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कृषि में विविधिकरण बेहद जरूरी है। देश का किसान खुशहाल, आत्मनिर्भर और समृद्घ होगा तभी देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेगा। ये विचार हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में कृषि में विविधिकरण व नई तकनीकों को लेकर आयोजित ऑनलाइन वेबिनार में व्यक्त किए। वेबिनार का आयोजन कृषि महाविद्यालय के वानिकी विभाग द्वारा किया गया था जिसमें हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। वेबिनार का विषय ‘कृषि में विविधता : किसानों की आजीविका में सुधार के लिए अभिनव कार्यक्रम’ था और इसके संयोजक कृषि वानिकी के विभागाध्यक्ष डॉ. आर.एस. ढिल्लो जबकि समन्यवक डॉ. विरेंद्र दलाल थे। कार्यक्रम में 1517 किसानों व कृषि वैज्ञानिकों ने पंजीकरण करवाया। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते संकट की इस घड़ी में प्रदेश के अन्नदाता ने रिकॉर्ड उत्पादन करके देश के अनाज भंडार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। फसल विविधिकरण, कृषि व इससे जुड़े व्यवसाय, उन्नत किस्मों के बीज और विश्वविद्यालय द्वारा विकसित आधुनिक तकनीक अपनाकर किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। साथ ही, जैविक खेती, फसल अवशेष प्रबन्धन, समन्वित कीट एवं उर्वरक प्रबन्धन, जल संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर खेती में खर्च को कम करने के साथ-साथ वे भूमि की उर्वरा शक्ति को भी बढ़ा सकते हैं। इन चीजों को अपनाकर किसान रोजगार मांगने की बजाय रोजगार देने वाले बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान मार्केटिंग में निपुणता हासिल करके और किसान उत्पाद समूह गठित कर लाभ उठा सकते हैं।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी अटल रैंकिंग में कृषि विश्वविद्यालयों की श्रेणी में देश में प्रथम स्थान हासिल करने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह, विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि आप सबकी कठोर मेहनत व टीम भावना की बदौलत विश्वविद्यालय को यह स्थान प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल का स्वागत करते हुए कहा कि वे किसानों की हर समस्या के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस ऑनलाइन किसान-कृषि वैज्ञानिक संवाद का मुख्य उद्देश्य कृषि विविधिकरण और उन्नत तकनीकों के माध्यम से किसानों की आमदनी बढ़ाना है।