अंबाला कवरेज (अम्बाला) शास्त्रीय ब्राह्मण संघ अर्चक मंडल (रजि.) अम्बाला की विशेष बैठक नौहरियान धर्मशाला में संघ के प्रधान आचार्य पंडित नंद किशोर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें संघ के पदाधिकारियों सुमन पांडे, पंडित ज्याति प्रसाद भट्ट, अनिल शर्मा, सुदामा प्रशाद, भगवती प्रसाद, कैलाश चन्द गहरोला, शशि भूषण, कांति प्रसाद, पंडित तिलकराज शर्मा, सुभाष शास्त्री आदि ने भाग लिया। बैठक में भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के विषय पर चर्चा की गई। सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत पर्व 11 अगस्त मंगलवार को ही मनाई जाएगी।
उन्होंने जनसमुदाय एवं मंदिरों के पदाधिकारियों से भी अनुरोध किया कि वे भी 11 अगस्त मंगलवार को जन्माष्टमी का व्रत पर्व मनाएं, क्योंकि भगवान श्री कृष्ण का जन्म अर्धरात्रि व्यापिनी अष्टमी में हुआ था, अत: जन्माष्टमी व्रत की पूजा अर्चना, बाल रूप पूजा, झूला झुलाना, चन्द्रमा का अध्र्यदान, जागरण आदि अष्टमी तिथि की अर्धरात्रि में ही होना चाहिए जोकि इस वर्ष 11 अगस्त मंगलवार को है। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इस बार विशेष सावधानी बरती जा रही है। सरकार के निर्देशों के अनुसार मंदिरों में झांकियां नहीं सजाई जाएंगी। केवल भगवान का झूला ही लगाया जाएगा तथा पुजारियों द्वारा रात को 12 बजे केवल आरती की जाएगी। कोई प्रसाद इत्यादि नहीं बांटा जाएगा। श्रद्धालु दूर से ही दर्शन करेेंगे। बैठक के बाद ब्राह्मण संघ अर्चक मंडल द्वारा बांस बाजार पम्मी चौक में त्रिवेणी का रोपण भी किया गया।