चंडीगढ़। भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों की अनुपालना करते हुए पोलियो सब-नेशनल इमुनाइजेशन डे (एसएनएलडी) 20 सितंबर, 2020 से देश के चुनिंदा हिस्सों में आयोजित किया जाएगा। हालांकि, इस अवधि के दौरान, एसएनआईडी हरियाणा के 13 जिलों नामत: अम्बाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, मेवात, करनाल, कुरुक्षेत्र, झज्जर, रोहतक, पंचकूला, पलवल, पानीपत, सोनीपत और यमुनानगर में कंटेनमेंट जोन सहित उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में भी आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा के मिशन निदेशक श्री प्रभजोत सिंह की अध्यक्षता में हुई एक वर्चुअल बैठक में दी गई। बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में यह बताया गया कि लगातार कठोर परिश्रम के कारण देश और हरियाणा वर्ष 2012 से पोलियो मुक्त हैं। पोलियो के खिलाफ इस लड़ाई को स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सभी लाइन विभागों के प्रभावी समन्वय और समर्थन से जीता गया है, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सभी बच्चों को हर चरण में पोलियो की खुराक मिले। श्री प्रभजोत सिंह को बताया गया कि 19 जनवरी को हरियाणा में सभी 22 जिलों में नेशनल पोलियो राउंड आयोजित किया गया था। इस दौरान राज्य में 3744399 बच्चों को पोलियो की दवाई दी गई। बैठक में यह भी बताया गया कि जून में शुरू होने वाली दूसरी एसएनआईडी को कोविड-19 महामारी के कारण टाल दिया गया था। यह पहला सब-नेशनल राउंड सीमा पार से पोलियो के किसी भी संभावित खतरे के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रतिरक्षा बनाने का अवसर प्रदान करता है। ambala today news पढ़िए खबर क्या है एसएनएलडी, हरियाणा के किन 13 जिलों में आयोजित किया जाएगा
पोलियो सब-नेशनल इमुनाइजेशन डे को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए श्री प्रभजोत सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी द्वारा उत्पन्न चुनौती के कारण राज्य में सुरक्षित, प्रभावी और गुणात्मक अभियान चलाने के लिए सभी का समन्वय और समर्थन महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कॉलेजों जैसे शैक्षिणक और तकनीकी संस्थानों के बंद होने से, सभी विभागों को विशेष रूप से बड़े शहरी क्षेत्रों के लिए मैन पॉवर की पहचान करके स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करना चाहिए, जिन्हें पोलियो के इस दौर में वैक्सीनेटर के रूप में कार्य करने के लिए प्रशिक्षित किया जा सकता है। प्रभजोत सिंह ने महिला एवं बाल विकास विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी आंगनवाड़ी स्टाफ-वर्कर्स और हेल्पर्स अपने क्षेत्र में वैक्सीनेटर टीम के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में शामिल हों। इसके अलावा, हेल्थ वर्कर्स के साथ मिलकर माइक्रो-प्लानिंग और अपने क्षेत्रों में लाभार्थियों की सूची भी बनाएं। उन्होंने कहा कि सभी विभाग विशेष रूप से जिला सूचना, जन संपर्क अधिकारी अपने जिलों में पोलियो के बारे में अधिक से अधिक प्रचार करें और लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने पल्स पोलियो कार्यक्रम की गतिविधि को एक आवश्यक सेवा के रूप में मानते हुए पल्स पोलियो कार्यक्रम का संचालन कंटेनमेंट जोन में करने के लिए पहले से ही छूट प्रदान कर दी है। यह पल्स पोलियो राउंड उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में किए जाने हैं जिनमें कंटेपमेंट जोन, बफर जोन और बफर जोन से बाहर के क्षेत्र शामिल हैं। प्रभजोत सिंह ने संबंधित अधिकारियों को सभी उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों को पूरी तरह से कवर करने के लिए गैर-उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से मैन पॉवर जुटाने के लिए निर्देश दिए। ambala today news पढ़िए खबर क्या है एसएनएलडी, हरियाणा के किन 13 जिलों में आयोजित किया जाएगा