अंबाला (सौरभ कपूर)। लंबे समय से वायुसेना में राफेल का इंतजार कर रहे सैनिकों को इंतजार अब खत्म हो जाएगा। रक्षा मंत्रालय ने साफ कर दिया कि 29 जुलाई को वायुसेना में राफेल शामिल होंगे। मंत्रालय की तरफ से जारी की गई प्रैस विज्ञप्ति में बताया कि 29 जुलाई को वायुसेना में पांच राफेल शामिल किए जाएंगे। राफेल की पहली तैनाती अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर होगी। जिसके बाद यह तो साफ हो गया कि राफेल अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात होगा। जोकि अंबाला के लिए गर्व की बात है। जिक्र करना जरूरी है कि राफेल का लंबे समय से इंतजार था और अब इंतजार खत्म हो गया है।
वहीं दूसरी तरफ रक्षा मंत्रालय की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि राफेल अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर 27-28 जुलाई को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंच जाएगी। इसके बाद आरंभिक समारोह के माध्यम से 29 जुलाई को वायुसेना में शामिल करने की औपचारिकता पूरी की जाएगी। वहीं मंत्रालय ने साफ कर दिया कि अभी किसी मीडिया कवरेज नहीं ली जाएगी। वहीं दूसरी तरफ मंत्रालय ने साफ कर दिया कि अगस्त में जब दूसरी खेप आएगी, तब इसकी मीडिया कवरेज ली जाएगी।
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वहीं दूसरी तरफ सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रक्षा मंत्रालय की खरीद इकाई ने 557 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से टी टैंक-90 एस/एसके के लिए बारूदी सुरंग हटाने वाले 1,512 उपकरणों की खरीद के लिए आज भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस खरीद को रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह की ओर से मंजूरी दी गई है। अनुबंध की खरीद और निर्माण शर्तों के तहत इन उपकरणों में इस्तेमाल होने वाले 50 प्रतिशत कलपुर्जे स्वदेशी होने चाहिए।
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बारूदी सुरंग हटाने वाले इन उपकरणों को सेना के बख्तरबंद कोर के टी-90 टैंकों में फिट किया जाएगा जिससे ऐसे टैंको को बारूदी सुरंग बिछे क्षेत्रों में आसानी से आने जाने की सुविधा होगी। इससे टैंको के बेड़ों की गतिशीलता कई गुना बढ़ जाएगी और उनका दुश्मन के इलाकों में बिना नुकसान के काफी अदंर तक पहुंचना आसान हो जाएगा। बारूदी सुरंग हटाने वाले इन 1,512 उपकरणों को हासिल करने का काम 2027 तक पूरा करने की योजना है। इससे सेना की युद्ध क्षमता में और इजाफा होगा।