अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। अम्बाला लोकसभा सीट से कुल तीन बार सांसद रहे और दो वर्षो तक केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री रहे रतन लाल कटारिया की दूसरी पुण्यतिथि है. 18 मई 2023 को पीजीआई, चंडीगढ़ में कटारिया, जो तब अम्बाला से भाजपा सांसद थे, का निधन हो गया था. इसी बीच शहर निवासी हाईकोर्ट एडवोकेट और राजनीतिक विश्लेषक हेमंत कुमार ने बताया कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज रविवार 18 मई 2025 को अम्बाला नगर निगम के मुख्य द्वार के ठीक बाहर जगाधरी गेट पर अम्बाला भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जिसमें नगर निगम की मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर और संबंधित वार्डो से निर्वाचित भाजपा के निगम सदस्यों (पार्षदों) और यहाँ तक कि शहर वि.स. हलके से दो बार विधायक और हरियाणा सरकार में राज्यमंत्री चुके असीम गोयल द्वारा कार्यक्रम से मंच से दिवंगत रतन लाल कटारिया को श्रद्धांजलि तक नहीं दी गई. अब इसके पीछे क्या वास्तविक कारण है, क्या ऐसा भूलवश हुआ या किसी और कारण से, यह अम्बाला भाजपा के नेता ही बता सकते है. सनद रहे कि रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया वर्तमान में हरियाणा भाजपा की उपाध्यक्ष भी हैं एवं गत वर्ष उन्होंने अम्बाला लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था जिसमें हालांकि वो पराजित हो गई थी. हेमंत ने आगे बताया कि गत वर्ष 2024 में आज 18 मई के ही दिन अर्थात दिवंगत रतन लाल कटारिया की पहली पुण्यतिथि पर शहर के पुलिस लाइन मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भाजपा प्रत्याशी बंतो देवी कटारिया के पक्ष में विशाल चुनावी जनसभा आयोजित हुई थी.
सनद रहे कि रतन लाल कटारिया कुल तीन बार वर्ष 1999, 2014 और 2019 लोकसभा आम चुनाव में अंबाला संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए थे हालांकि वर्ष 2004 और 2009 लोकसभा आम चुनाव में उनकी पराजय हुई थी. बहरहाल, हेमंत ने यह भी बताया कि छ: पूर्व मई, 2019 में 17वीं लोकसभा के आम चुनाव में जब रतन लाल कटारिया, जो तब लगातार दूसरी बार और कुल तीसरी बार अम्बाला से भाजपा के टिकट पर लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए थे तब उन्हें नरेन्द्र मोदी सरकार की दूसरी सरकार में जल शक्ति मंत्रालय और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में बतौर राज्य मंत्री बनाया गया था. हालांकि दो वर्ष बाद जुलाई, 2021 में जब मोदी सरकार-2 का पहला मंत्रिमंडल विस्तार और उसमें फेरबदल किया गया तो कटारिया को केंद्रीय राज्य मंत्री के पद से त्यागपत्र देना पड़ा था. दिवंगत रतन लाल कटारिया और बंतो कटारिया के सुपुत्र चन्द्रकान्त कटारिया वर्तमान में हरियाणा सिविल सेवा (एच.सी.एस.) के 2020 बैच के अधिकारी है एवं वर्तमान में वह अपने गृह जिला पंचकूला में ही बतौर उपमंडल अधिकारी (सिविल) अर्थात उपमंडलाधीश (एस.डी.एम.) के तौर पर तैनात है.