अम्बाला- हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने हाथरस गैंगरेप कांड में योगी सरकार पर नाकामी और अन्याय का का इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का भाजपा का नारा अब तार तार हो चुका है। मीडिया, विपक्ष और हर तंत्र जो परिवार को मिलने या न्याय दिलवाने की कोशिश कर रहा है उसे रोका जा रहा है, लाठियों से पीटा जा रहा है I भाजपा शासित देश और प्रदेश में कोई भी कमजोर वर्ग चाहे महिला हो या दलित, सुरक्षित नहीं हैं I उन्होंने कहा कि हाथरस में एक दलित परिवार की बेटी से बलात्कार की घटना से पहले भी यूपी में उन्नाव, शाहजहांपुर और बुलंदशहर में बेटियों की अस्मत लूटी जा चुकी है लेकिन अपराधी निरंकुश होकर लगातार ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाथरस गैंगरेप कांड में जितना अपराध बलात्कारियों का है उतना ही अपराध यूपी सरकार का भी है क्योंकि गैंगरेप पीड़िता का अंतिम संस्कार भी आनन फानन में देर रात को परिवार वालों की मंजूरी के बिना करके मां बाप को उसके अंतिम धर्म भी नहीं निभाने दिए गए। उन्होंने कहा कि यदि यही हाल रहा तो यूपी के लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आएंगे। उन्होंने कहा कि कि यदि यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी प्रदेश की बहन बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे तो उन्हें सीएम का पद त्याग देनी चाहिए। चित्रा सरवारा ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित एसआईटी की जांच पर भरोसा न होने और सीबीआई की जांच सिर्फ देश और प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। ambala today news यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी प्रदेश की बहन बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे तो सीएम का पद त्याग दे
उन्होंने कहा कि हाथरस की दलित बेटी के साथ हुई दुःखद घटना और बेटी को न्याय दिलाने के लिए मीडिया की जो सकारात्मक भूमिका रही है वह प्रशंसनीय है। उन्होंने हाथरस की दलित बेटी के साथ हुए अत्याचार का पूरा विवरण देते हुए स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाये। जब उस बेटी के परिजन शव मांगने के लिए दिल्ली के अस्पताल में प्रशासन से गुहार लगा रहे थे और पुलिस ने शव को गायब करके रात्रि में 2.30 बजे जला दिया तथा पीड़िता के गांव में अघोषित कर्फ्यू लगा दिया। यहां तक कि मीडिया को भी नहीं जाने दिया गया। चित्रा सरवारा ने कहा कि यूपी में महिलाएं सुरक्षित नहीं है जिस तरह यूपी महिला अपराधों में नम्बर एक है उससे स्पष्ट है कि यूपी जंगलराज में तबदील हो गया है। उन्होने कहा कि हाथरस की बेटी न्याय के लिए गुहार लगा रही थी, इलाज के लिए बिलख रही थी उसका परिवार न्याय के लिए सरकार से गुहार लगा रहा था पर निष्ठुर योगी सरकार उस बेटी की लड़ाई लड़ने वाले लेागों का दमन करना शुरू कर दिया। योगी सरकार के अकर्मण्य प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी 20 दिनों बाद यह जान पाये कि देश का एक-एक नागरिक, महिलाएं हाथरस की बेटी के न्याय के लिए सड़क पर संघर्षरत हैं। प्रदेश सरकार जांच पर जांच और छोटी मोटी कार्यवाही करके जनता को गुमराह नहीं कर सकती। ambala today news यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी प्रदेश की बहन बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे तो सीएम का पद त्याग दे