ambala coverage news उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने मोबाईल मैडिकल यूनिट वैन /प्रचार वाहन को कैंप कार्यालय से झंडी दिखाकर किया रवाना 

अंबाला कवरेज@ अंबाला। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गए मोबाईल मैडिकल यूनिट वैन /प्रचार वाहन को कैंप कार्यालय से झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर सिविल सर्जन डा. राकेश सहल ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत की जाने वाली गतिविधियों बारे उपायुक्त को जानकारी दी। सिविल सर्जन डा. राकेश सहल व डिप्टी सिविल सर्जन डा. सीमा ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन भी किया। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबाईल चिकित्सा वैन के माध्यम से टीबी की जांच के साथ-साथ जो अन्य उपचार संबधी कार्य किया जाएगा उसकी जानकारी लेते हुए कहा कि सभी मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं। जांच के दौरान कोई भी व्यक्ति यदि टीबी ग्रस्त मिलता है तो डाक्टर से परामर्श लेते हुए उपचार लें ताकि यह अभियान सफल बन सके। इस मौके पर सिविल सर्जन डा. राकेश सहल ने उपायुक्त को अवगत करवाते हुए बताया कि आज से इस अभियान का शुभारम्भ हुआ है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा 100 दिन का निक्षय शिविर शुरू किया गया है। उन्होने बताया कि इस अभियान के तहत रोस्टर अनुसार मोबाईल मैडिकल यूनिट जिले में शहरी क्षेत्र के साथ-साथ गांवों को कवर करेगी। इस मोबाईल यूनिट में स्क्रीनिंग के दौरान व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। अगर कोई आशंकित टीबी मरीज मिलता है तो उसका मौके पर ही एक्सरे व खून की जांच की जाएगी। जिसके उपरांत उसका ईलाज शुरू किया जाएगा। उन्होने कहा कि इस मोबाईल यूनिट से काफी फायदा होगा।

 

इस मौके पर डिप्टी सिविल सर्जन डा. सीमा ने भी बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तत्परता के साथ कार्य करेगी। उन्होने बताया कि इस वर्ष टीबी को लेकर 43197 मरीजों की जांच की गई जिसमें से जांच उपरांत 3026 मरीज टीबी के मिले जिनमें से 2246 मरीजों का उपचार शुरू कर दिया गया है। इन मरीजों में 1381 पुरूष व 985 महिला मरीज पाजिटिव मिले। इसके साथ-साथ 0 से 14 साल के 88 बच्चे भी पाजिटिव मिले हैं। उन्होने बताया कि सभी मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। टीबी से सम्बन्धित स्टेज अनुसार मरीजों का ईलाज 6, 9 व 12 महीने तक किया जाता है। केन्द्र सरकार द्वारा टीबी से ग्रस्त मरीजों का पंजीकरण अनुसार आहार/खुराक के रूप में उनके खाते में एक हजार रूपए की राशि प्रतिमाह भी दी जाती है। उन्होने यह भी बताया कि निक्षय मित्र के माध्यम से ऐसे मरीजों को संस्थाओ द्वारा सहायता भी दी जा रही है। रोटरी क्लब अम्बाला सैंट्रल द्वारा इस कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गए टीबी मुक्त भारत अभियान (निक्षय शिविर) जन-जन का रखे ध्यान के तहत जिले के 400 गांवो में मोबाईल वैन यूनिट जाएगी जिसमें एक्सरे की मशीन के साथ-साथ सम्बन्धित टीम मौजूद रहेगी जोकि सम्बन्धित व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच करेगी। इस शिविर के बारे आमजन को जागरूक करने बारे स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रचार भी करवाया जा रहा है और गांव के मंदिरों व गुरूद्वारों में भी मुनियादी करवाते हुए इस अभियान की जानकारी दी गई है। इस मौके पर सिविल सर्जन डा. राकेश सहल, डिप्टी सिविल सर्जन डा. सीमा, डा. पल्लवी, डीआईपीआरओ धर्मेन्द्र कुमार के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम व अन्य मौजूद रहे।

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