अंबाला डीएवी मुरलीधर सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल कार्यक्रम आयोजित

अंबाला डीएवी मुरलीधर सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल कार्यक्रम आयोजित

अंबाला। डीएवी मुरलीधर सीनियर सैकेंडरी स्कूल में सप्ताह भर चली ‘फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आॅन एजुकेशन थ्रू वर्चुअल क्लासरूम और ई लर्निंग टेक्निक’ कार्यशाला आज अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंची। इस कार्यशाला में विद्यालय के सभी यदि शिक्षकों ने शिक्षा के नए आयाम और तकनीक के उपयोग से विद्यालय के बंद दरवाजों के बावजूद विद्यार्थियों को आॅनलाइन पढ़ाने के नए तरीके सीखे। विद्यालय के प्राचार्य डॉ राधा रमन सूरी ने जानकारी देते हुए बताया कि टीचिंग व्यवसाय सभी व्यवसायों की जननी है । लेकिन कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के चलते शिक्षा जगत की गतिविधियों को अचानक एक रात में ही नया रूप और नया प्लेटफार्म तलाशने की जरूरत पैदा हो गई। डॉक्टर सूरी ने कहा कि हमने भी पढ़ाई लिखाई को तकनीक की मदद से सुचारू रूप से चलाए रखने का संकल्प ले लिया है। मुरलीधरडीएवी विद्यालय अंबाला शहर ने भी सभी शिक्षकों के लिए बदलते समय की जरूरतों को देखते हुए इस कार्यशाला का प्रबंध किया। डॉ राधा रमन सूरी ने बताया कि सनातन धर्म कॉलेज अंबाला छावनी के सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन संभव हो पाया। उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र राणा का धन्यवाद किया।

डॉ राधा रमन सूरी ने जानकारी देते हुए बताया कि  टीचिंग व्यवसाय सभी व्यवसायों की जननी है । लेकिन कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के चलते शिक्षा जगत की गतिविधियों को अचानक एक रात में ही नया रूप और नया प्लेटफार्म तलाशने की जरूरत पैदा हो गई। विद्यालय ,महाविद्यालय, विश्वविद्यालय सभी के दरवाजे इस विषाणु के भय से बंद कर दिए गए। लेकिन यह कोविड-19 का विषाणु शिक्षा भवन के द्वार तो बंद कर सकता है लेकिन शिक्षा के प्रसार को नहीं रोक सकता। डॉक्टर सूरी ने कहा कि हमने भी पढ़ाई लिखाई को तकनीक की मदद से सुचारू रूप से चलाए रखने का संकल्प ले लिया है।
यह बिल्कुल ऐसा ही है कि छोटी पटरी पर तेजी से दौड़ रही गाड़ी को अचानक पता चला की आगे की पटरी चौड़ी बिछी हुई है और गाड़ी को स्वयं को ही चौड़ा करना होगा ।
मुरलीधरडीएवी विद्यालय अंबाला शहर ने भी सभी शिक्षकों के लिए बदलते समय की जरूरतों को देखते हुए इस कार्यशाला का प्रबंध किया। डॉ राधा रमन सूरी ने बताया कि सनातन धर्म कॉलेज अंबाला छावनी के सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन संभव हो पाया । उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राजेंद्र राणा का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके निर्देशन में सनातन धर्म कॉलेज के कंप्यूटर डिपार्टमेंट की डायनामिक टीम ने इस कार्यशाला को रुचिकर बनाते हुए विद्यालय के सभी शिक्षकों को ऑनलाइन टीचिंग के गुर सिखाए। सप्ताह भर चली इस कार्यशाला के दौरान डीएवी के शिक्षकों को गूगल क्लासरूम, एनीमेटेड वीडियोस, सीमैप, क्विज फॉर्म, गूगल फॉर्म, गूगल डॉक, स्क्रीन रिकॉर्डिंग, यूट्यूब जैसे सॉफ्टवेयर, टूल्स वह ऐप पर काम करना सिखाया गया।

जिससे विद्यार्थियों के लिए किताबी ज्ञान को रुचिकर बनाकर प्रस्तुत किया जा सके।
 सनातन धर्म कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेंद्र राणा ने अपने कंप्यूटर डिपार्टमेंट की टीम को साधुवाद देते हुए कहा कि एस डी कॉलेज अपने इन कर्तव्यनिष्ठ, रचनात्मक व अभिनव शिक्षकों पर गर्व करता है। डॉ राणा ने यह भी बताया कि कंप्यूटर विभाग के यह शिक्षक कोविड-19 के बाद लगभग 2000 शिक्षकों को प्रशिक्षित कर चुके हैं और आने वाले समय में हरियाणा सरकारी महाविद्यालयों के 4200 अध्यापकों को प्रशिक्षित करेंगे।

मुरलीधर डीएवी के प्राचार्य डॉ सूरी ने डॉ राणा  व कंप्यूटर विभाग की  प्रशिक्षक टीम का धन्यवाद करते हुए विश्वास दिलाया कि उनके द्वारा सिखाए गई  तकनीक से विद्यालय के अध्यापक विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाएंगे। डॉक्टर सूरी ने डीएवी मैनेजिंग कमेटी व उसके प्रधान श्री पूनम सूरी जी का भी उनके सफल निर्देशन के लिए धन्यवाद किया । महाविद्यालय की टीम जो रिसोर्स पर्सन का कार्य कर रही थी उनकी कार्य निष्ठा को प्रणाम करते हुए भाग लेने वाले शिक्षकों ने बताया कि आज उन्हें लग रहा है कि उन्होंने पुराने पंखों को उतार कर एक बाज की तरह नए पंख निकाल लिए हैं और इन नए पंखों से उड़ने का अभ्यास करने के बाद वे शिक्षा जगत के आकाश में नई ऊंचाइयों को छू पाएंगे।

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