अंबाला (दीपिका सोबती)। लगातार पिछले कई महीने से चले आ रहे लॉक डाउन और इसके कारण निजी स्कूल संचालकों को आने वाली दिक्कतों को सरकार तक पहुंचाने के लिए निजी स्कूल संचालकों ने मिलकर इंटीग्रेटेड प्राइवेट स्कूल सोसाइटी का किया किया। सोसायटी का गठन किए जाने के बाद सभी सदस्यों की पहली बैठक साहा में आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से सभी ने सौरभ कपूर को प्रधान और अजय खटकर को महासचिव की जिम्मेदारी दी है। बैठक के दौरान करीब 30 निजी स्कूल संचालकों ने भागीदारी की।
नवगठित इंटीग्रेटेड प्राइवेट स्कूल सोसाइटी के सभी पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए बंसीलाल कपूर को संरक्षक, वीरेंद्र पिपलानी को वरिष्ठ उपप्रधान, दिग्विजय चौहान को संयुक्त सचिव, रोहित सूरी को कोषाध्यक्ष बनाया गया। इस अवसर पर बैठक करते हुए स्कूल संचालकों ने कहा कि जब से लॉक डाउन हुआ है, तबसे निजी स्कूल संचालक कई तरह की परेशानियां ोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल संचालकों पर स्टाफ को फीस व अन्य सभी तरह के खर्च करने का दबाव है, लेकिन फीस बेहद कम आ रही है, जिसके कारण निजी स्कूल संचालकों पर आर्थिक संकट है। वहीं निजी स्कूल संचालकों ने कहा कि सरकार निजी स्कूल संचालकों ने कमर्शियल टैक्स ले रही है, स्कूल बंद पड़े हैं, लेकिन फिर भी एवरेज बिल मांगे जा रहे हैं। वहीं बसों पर लगने वाले टैक्स को जुर्माने के साथ वसूला जा रहा है, जबकि पंजाब सरकार ने टैक्सों को माफ कर दिया है। बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि जल्द ही सोसायटी की ओर से राज्यपाल व सीएम मनोहर लाल खट्टर के नाम ज्ञापन दिया जाएगा कि स्कूलों पर लगने वाले कमर्शियल टैक्स, बिजली के एवरेज बिल और पंजाब सरकार की तरफ पर बसों पर लगने वाला टैक्स व जुर्माना माफ किया जाएगा।
- Home
- / Editor’s Picks, Education, Main Story, Trending Story