अमित कुमार
अंबाला कवरेज @अंबाला। एआई जागरूकता कार्यक्रम की एक पहल के रूप में, जीएमएन कॉलेज ने 2 मार्च 2025 को सनातन धर्म कॉलेज, अंबाला कैंट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मूल बातें पर एक और एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। डॉ. मीनाक्षी गुप्ता (सहायक प्रोफेसर, कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग) ने जीएमएन कॉलेज के संकाय का स्वागत किया और छात्रों को पूरे उत्साह के साथ सत्र में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। जीएमएन कॉलेज के संकाय (डॉ. गीता कौशिक, डॉ. भारती सुजान और कमलप्रीत कौर) पीजी कॉलेज के छात्रों के साथ बातचीत की और अपनी विशेषज्ञता साझा की। कार्यक्रम को बीसीए बीबीए और बी.एससी अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को मौलिक एआई अवधारणाओं, अनुप्रयोगों और क्षेत्र में भविष्य की कैरियर संभावनाओं से परिचित कराना था। कार्यक्रम में प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की गई। सत्र के दौरान कंप्यूटर विज्ञान विभाग के शिक्षक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डीन डॉ. प्रबलीन कौर की देखरेख में किया गया। जीएमएन के प्राचार्य डॉ. रोहित दत्त ने इस कदम की सराहना की और कहा कि यह कार्यक्रम जो आकार ले रहा है, उसे लेकर वह बहुत आशावादी हैं।
अंबाला कवरेज @अंबाला। एआई जागरूकता कार्यक्रम की एक पहल के रूप में, जीएमएन कॉलेज ने 2 मार्च 2025 को सनातन धर्म कॉलेज, अंबाला कैंट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मूल बातें पर एक और एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। डॉ. मीनाक्षी गुप्ता (सहायक प्रोफेसर, कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग) ने जीएमएन कॉलेज के संकाय का स्वागत किया और छात्रों को पूरे उत्साह के साथ सत्र में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। जीएमएन कॉलेज के संकाय (डॉ. गीता कौशिक, डॉ. भारती सुजान और कमलप्रीत कौर) पीजी कॉलेज के छात्रों के साथ बातचीत की और अपनी विशेषज्ञता साझा की। कार्यक्रम को बीसीए बीबीए और बी.एससी अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को मौलिक एआई अवधारणाओं, अनुप्रयोगों और क्षेत्र में भविष्य की कैरियर संभावनाओं से परिचित कराना था। कार्यक्रम में प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की गई। सत्र के दौरान कंप्यूटर विज्ञान विभाग के शिक्षक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डीन डॉ. प्रबलीन कौर की देखरेख में किया गया। जीएमएन के प्राचार्य डॉ. रोहित दत्त ने इस कदम की सराहना की और कहा कि यह कार्यक्रम जो आकार ले रहा है, उसे लेकर वह बहुत आशावादी हैं।