अमित कुमार
अंबाला कवरेज @अंबाला । सनातन धर्म कॉलेज, अम्बाला छावनी में संस्थान नवाचार सेल, वूमेन सेल, करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा “स्टार्टअप इकोसिस्टम : एमएसएमई इनीशिएटिव” पर एक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुश्री वत्सला बग्गा, अध्यक्ष हरियाणा एमएसएमई, प्रमोशन काउंसिल इंडिया रहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री विजय श्रीवास्तव नेशनल प्रेसिडेंट एमएसएमई पीसीआई भारत रहे व गेस्ट ऑफ ऑनर श्री यशपाल अटवाल, नेशनल डिप्टी वाइस चेयरमैन एमएसएमई पीसीआई रहे कार्यक्रम में विशेष अतिथि की भूमिका श्री दीपक गांगुली चेयरमैन वेस्ट बंगाल एमएसएमई पीसीआई ने निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत से की गई। डॉ रेनु शर्मा, प्रो कवलीन भारेज एवं डॉ प्रेम सिंह ने प्लांट देकर अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उद्यमिता और स्टार्टअप की दुनिया से परिचित कराना और उनके करियर के विकास के लिए आवश्यक नेटवर्किंग कौशल प्रदान करना था। मुख्य वक्ता सुश्री वत्सला बग्गा जी इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को विकसित उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र और कृत्रिम बुद्धिमत्ता की परिवर्तनकारी भूमिका के बारे में जानकारी दी। उन्होंने उद्यमिता के महत्व, स्टार्टअप इकोसिस्टम और इसके विकास की प्रक्रिया पर गहन जानकारी दी। उन्होंने बताया की “भारत में स्टार्टअप क्रांति केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि अब यह छोटे शहरों, गांवों और कस्बों तक भी अपनी पकड़ बना चुकी है। सरकार की विभिन्न योजनाएँ, जैसे ‘स्टार्टअप इंडिया’, ‘मुद्रा योजना’ और ‘अटल इनोवेशन मिशन’, युवाओं को आगे बढ़ने के लिए नए अवसर और संसाधन प्रदान कर रही हैं। आज हमारे देश के युवा केवल नौकरी ढूंढने वाले नहीं हैं, बल्कि नौकरी देने वाले बन रहे हैं – और यही आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी पहचान है।” इसके अतिरिक्त, श्री दीपक गांगुली जी ने विद्यार्थियों को बताया कि आज का युग नवाचार (Innovation) और उद्यमिता (Entrepreneurship) का है।
अंबाला कवरेज @अंबाला । सनातन धर्म कॉलेज, अम्बाला छावनी में संस्थान नवाचार सेल, वूमेन सेल, करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा “स्टार्टअप इकोसिस्टम : एमएसएमई इनीशिएटिव” पर एक प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुश्री वत्सला बग्गा, अध्यक्ष हरियाणा एमएसएमई, प्रमोशन काउंसिल इंडिया रहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री विजय श्रीवास्तव नेशनल प्रेसिडेंट एमएसएमई पीसीआई भारत रहे व गेस्ट ऑफ ऑनर श्री यशपाल अटवाल, नेशनल डिप्टी वाइस चेयरमैन एमएसएमई पीसीआई रहे कार्यक्रम में विशेष अतिथि की भूमिका श्री दीपक गांगुली चेयरमैन वेस्ट बंगाल एमएसएमई पीसीआई ने निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत से की गई। डॉ रेनु शर्मा, प्रो कवलीन भारेज एवं डॉ प्रेम सिंह ने प्लांट देकर अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उद्यमिता और स्टार्टअप की दुनिया से परिचित कराना और उनके करियर के विकास के लिए आवश्यक नेटवर्किंग कौशल प्रदान करना था। मुख्य वक्ता सुश्री वत्सला बग्गा जी इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को विकसित उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र और कृत्रिम बुद्धिमत्ता की परिवर्तनकारी भूमिका के बारे में जानकारी दी। उन्होंने उद्यमिता के महत्व, स्टार्टअप इकोसिस्टम और इसके विकास की प्रक्रिया पर गहन जानकारी दी। उन्होंने बताया की “भारत में स्टार्टअप क्रांति केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि अब यह छोटे शहरों, गांवों और कस्बों तक भी अपनी पकड़ बना चुकी है। सरकार की विभिन्न योजनाएँ, जैसे ‘स्टार्टअप इंडिया’, ‘मुद्रा योजना’ और ‘अटल इनोवेशन मिशन’, युवाओं को आगे बढ़ने के लिए नए अवसर और संसाधन प्रदान कर रही हैं। आज हमारे देश के युवा केवल नौकरी ढूंढने वाले नहीं हैं, बल्कि नौकरी देने वाले बन रहे हैं – और यही आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी पहचान है।” इसके अतिरिक्त, श्री दीपक गांगुली जी ने विद्यार्थियों को बताया कि आज का युग नवाचार (Innovation) और उद्यमिता (Entrepreneurship) का है।
स्टार्टअप इकोसिस्टम (Startup Ecosystem) वह वातावरण है, जो नए व्यवसायों को विकसित करने, उन्हें बढ़ाने और आत्मनिर्भर बनने में सहायता करता है। भारत सरकार ने इस इकोसिस्टम को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं, जिनमें MSME (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत में स्टार्टअप इकोसिस्टम और MSME पहल मिलकर आर्थिक विकास, उद्यमिता और रोजगार सृजन को बढ़ावा दे रहे हैं। MSMEs देश की औद्योगिक संरचना का मजबूत स्तंभ हैं और स्टार्टअप्स नवीन विचारों और तकनीकी नवाचार से इसे और मजबूत कर रहे हैं उन्होंने विद्यार्थियों के साथ करियर में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रभावी नेटवर्किंग के टिप्स भी साझा किए जिससे विद्यार्थियों को यह समझने में मदद मिली कि कैसे वे अपने विचारों को आकार दे सकते हैं और किस प्रकार नेटवर्किंग के माध्यम से व्यवसायिक संबंधों को मजबूत कर सकते हैं। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए श्री विजय श्री वास्तव जी ने विद्यार्थियों को उद्यमिता के प्रति जागरूक किया और उन्हें अपनी प्रोफेशनल यात्रा में सफलता पाने के लिए आवश्यक दिशा दिखाई। श्री यश पाल अटवाल जी ने विद्यार्थियों को एमएसएमई की नीतियों से अवगत कराया व विद्यार्थियों प्रेरित किया कि उन्हें अपने उद्योग लगाने चाहिए। इस के अतिरिक्त उन्होंने विद्यार्थियों को एमएसएमई की फंडिंग नीतियों तथा सरकार की नीतियाँ, फंडिंग और निवेश के अवसर, इनक्यूबेशन सेंटर, स्टार्टअप नेटवर्क, मेंटोरशिप और टेक्नोलॉजी सपोर्ट के बारे मे भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने इस इकोसिस्टम को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं, जिनमें MSME (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) की महत्वपूर्ण भूमिका है। जनसम्पर्क अधिकारी संजीव कुमार ने बताया सभी विद्यार्थियों ने इस व्याख्यान से प्रेरणा प्राप्त की और इसके लिए आयोजकों का आभार प्रकट किया। वैधता समारोह के दौरान मुख्य अतिथि, संसाधन व्यक्ति को उनके अमूल्य योगदान के लिए डॉ प्रेम सिंह और उनकी टीम द्वारा सम्मानित किया गया। अतिथि व्याख्यान का समापन विद्यार्थियों को उनके द्वारा सीखी गई बातों को लागू करने तथा भारत के स्टार्टअप और एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान देने के लिए प्रेरित करने के साथ हुआ। कार्यक्रम के अंत में करियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल की कन्वीनर डॉ छवि किरण जी ने सभा में उपस्थित मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता व अन्य अतिथियों का धन्यवाद किया व विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य की कामना की। इस कार्यक्रम में संस्थान नवाचार सेल के कन्वीनर डॉ प्रेम सिंह, इंटर्नशिप एक्टिविटी कोऑर्डिनेटर आईईसी डॉ रेनू शर्मा, वूमेन सेल की कन्वीनर प्रो कवलीन भारेज, करियर गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल की कन्वीनर डॉ छवि किरण, डॉ दीपक मनोचा, प्रो भविषा वर्मा, डॉ पूजा रानी, डॉ नैंसी चोपड़ा, प्रो कमलेश, प्रो प्रीति गुप्ता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।