अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। ऑनलाइन खरीदारी या खाते से पैसे ट्रांसफर करने के लिए ज्यादातर लोग मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करते हैं। अगर मोबाइल पर किसी सोशल मीडिया के जरिए एनी डेस्क मोबाइल ऐप का लिंक फॉरवर्ड होकर आ जाए तो उस पर क्लिक करने से बचें। यह ऐप बैंक खाते के लिए घातक हो सकता है। साइबर शातिर आजकल ऑनलाइन ठगी के लिए एनी डेस्क एप का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक ने आमजन की जागरूकता के लिए एडवाइजरी जारी की है। पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भोरिया ने बताया कि साइबर ठग प्रतिदिन धोखाधड़ी कर रहे हैं। पैसे हड़पने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। आप किसी भी दूरस्थ डेस्कटॉप एप को अपने डिवाइस में डाउनलोड न करें। किसी भी व्यक्ति को अपनी आईडी, पासवर्ड, पिन, खाता संख्या आदि की जानकारी न दें। उन्होंने एनीडेस्क नाम के एक रिमोट डेस्कटॉप एप बारे आगाह किया है। एनी डेस्क एप ठगो के लिए एक बहुत ही सरल साधन है, क्योंकि यह उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट पर अलग-अलग मोबाइल और सिस्टम से कनेक्ट करने की अनुमति देता है। आम शब्दों में यह एक स्क्रीन शेयरिंग प्लेटफॉर्म की तरह है। अपराधी इसका उपयोग धोखा देने और ऑनलाइन ठगी के लिए कर रहे हैं।
<ambala coverage news : महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जिला पुलिस पूरी तरह से मुस्तैदl पुलिस अधीक्षक/p>
पुलि
edited by alka rajput