अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। बिजली की दरों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी को लेकर राज्य सरकार पर कांग्रेस हमलावर हो गई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कोषाध्यक्ष एडवोकेट रोहित जैन ने बिजली की दरों में इजाफा करने पर मुख्यमंत्री नायब सैनी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि खुद को जनता का सेवक बताने वाले मुख्यमंत्री ने अपने इस जनविरोधी फैसले से प्रदेश की जनता की कमर तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जनता के विकास का दावा करने वाली राज्य सरकार ने जनता के साथ विश्वासघात किया है। जैन का आरोप है कि सरकार ने इस फैसले से जनता की जेब पर 5000 करोड़ रुपये का डाका डालने का काम किया है। तीन माह में 67 पैसे की मार वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रोहित जैन ने कहा कि नायब सैनी की सरकर ने जनता को लूटने का नया इतिहास रचा। पहले 16 जनवरी 2025 को फ्यूल सरचार्ज के नाम पर 47 पैसे प्रति यूनिट का बोझ डाला गया। अब 1 अप्रैल 2025 से बिजली दरों में बेलगाम बढ़ोतरी कर जनता के समर्थन पर चोट मारी है। तीन महीनों में 67 पैसे प्रति यूनिट की लूट पर परिवार की जेब पर पड़ेगी। जैन ने कहा कि हर वर्ग पर इस फैसले का कहर जनता को बर्बाद करने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि एक पंखा और दो दीये वाले घरों पर 2 किलोवाट भार के लिए 0-100 यूनिट तक 20 पैसे प्रति यूनिट का भार पड़ेगा।
5 किलोवाट भार पर 0-150 यूनिट तक 20 पैसे, 301-500 यूनिट तक 15 पैसे प्रति यूनिट और 500 यूनिट से ऊपर 250 रुपये मासिक अतिरिक्त शुल्क की वसूली सरकार करेगी। कर। इसी तरह 6 किलोवाट भार पर 0-500 यूनिट तक 6.50 रुपये प्रति यूनिट और 450 रुपये नियत शुल्क, 501-1000 यूनिट पर 7.15 रुपये प्रति यूनिट और 1000 यूनिट से ज़्यादा पर 7.50 रुपये प्रति यूनिट का बोझ जनता पर पड़ेगा। किसान व्यापारी पर होगा असर जैन ने कहा कि सरकार के इस फैसले से किसान व व्यापारी भी बर्बाद होंगे । उन्होंने कहा कि नलकूप की दरें 6.48 से बढ़कर 7.35 रुपये प्रति यूनिट, आटा चक्की और लकड़ी की आरी पर 10-15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी और 1000-2000 रुपये की वसूली सरकार करेगी । इसी तरह पोल्ट्री-मत्स्य कारोबार पर भी संकट आ गया है। 20 किलोवाट तक 4.75 रुपये और उससे अधिक पर 6.50 रुपये प्रति यूनिट की क़ीमते बढ़ना तय है। रोहित जैन ने तल्ख़ी से कहा कि भाजपा ने मंदिरों को भी नहीं छोड़ा। 5 किलोवाट से अधिक भार वाले मंदिरों पर 6.50 रुपये प्रति यूनिट और 75 रुपये प्रति किलोवाट नियत शुल्क लाद दिया गया। “यह सरकर ईश्वर से भी खिराज वसूलने जा रही है। उन्होंने फरमाया। उन्होंने खुलासा किया कि दक्षिण हरियाणा में भूजल 400 फीट से नीचे और उत्तरी हरियाणा में 300-400 फीट तक खिसक चुका है। नलकूप की बढ़ी क़ीमतों से किसानों की रीढ़ टूट रही है। हुकूमत राहत का ऐलान कर सकती थी, पर नायब सैनी ख़ामोशी में डूब गए। जैन ने कहा, “शून्य कर के ढोंग रचने वाली इस सरकर अब 5000 करोड़ की इस लूट का जवाब जनता को देना पड़ेगा। सरकार ने इस फैसले ने प्रदेश की जनता की कमर तोड़ने का काम किया है।