अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। सनातन धर्म कॉलेज अंबाला कैंट के संस्कृत विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए उपनिषदों का इतिहास विषय पर एक विशेष ज्ञानगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. मीना अग्रवाल ने विद्यार्थियों को प्राचीन भारतीय संस्कृति के महान दार्शनिक ग्रंथों — उपनिषदों — की गहराई से जानकारी दी। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि उपनिषद भारतीय ज्ञान परंपरा के ऐसे स्तंभ हैं, जिनमें आत्मा, ब्रह्म, सृष्टि, जीवात्मा और परमात्मा जैसे गूढ़ विषयों का गहन विवेचन मिलता है। उन्होंने कहा कि ह्लअहम् ब्रह्मास्मिह्व जैसे उपनिषदों के वाक्य जीवन के परम सत्य की ओर संकेत करते हैं और आत्मज्ञान को ही मानव जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य बताते हैं। उपनिषदों में बाह्य आडंबरों की बजाय आंतरिक शुद्धता और ज्ञान की महत्ता पर बल दिया गया है। इस अवसर पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अलका शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा आज की युवा पीढ़ी के लिए उपनिषदों का ज्ञान अत्यंत प्रासंगिक है। ये ग्रंथ न केवल दार्शनिक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं, बल्कि आत्मविकास और मूल्यनिष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा भी देते हैं। हमें गर्व है कि हमारा कॉलेज विद्यार्थियों को भारतीय ज्ञान परंपरा से जोड़ने का निरंतर प्रयास कर रहा है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भाग लिया तथा अंत में प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
ambala coverage news : एसडी कालेज में ज्ञानगोष्ठी का किया आयोजन
