अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला । पीकेआर जैन सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल, अंबाला शहर में 70 शिक्षकों के लिए एक दिवसीय इन-हाउस प्रशिक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, जहां संसाधन व्यक्ति, सुश्री सोनिया परमार ने ईमानदारी और नैतिकता पर मूल्यों को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण सत्र का प्राथमिक उद्देश्य शिक्षकों के ज्ञान को समृद्ध करना था ताकि वे नैतिक मुद्दों को पहचान सकें, सही निर्णय लेने के लिए सही दृष्टिकोण विकसित कर सकें और परिणामों पर विवेकपूर्ण तरीके से विचार कर सकें। इस क्षमता निर्माण कार्यक्रम ने शिक्षकों को मन में घर किए हुए संशयों की जांच करने, उसे दूर करने और हटाने में मदद की क्योंकि व्यक्तिगत गतिविधियां नैतिक व्यवहार में एक निश्चित बदलाव नहीं ला सकती हैं। इसलिए ईमानदारी और नैतिकता पर इस कार्यशाला ने शिक्षकों को सामूहिक रूप से काम करने में मदद की ताकि ऐसा माहौल बनाया जा सके जहां सभी के द्वारा आत्म विश्लेषण से नैतिकता और अखंडता का बेहतर माहौल बने क्योंकि ये मूल्य केवल सिद्धांत नहीं हैं बल्कि इन्हें हमारे दैनिक व्यवहार में शामिल किया जाना चाहिए। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती नीरू शर्मा ने कार्यशाला की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों को प्रोफेशनल रूप से सशक्त बनाते हैं और उनके शिक्षण कौशल को उन्नत करते हैं इसके साथ ही प्रधानाचार्या ने शिक्षको को सतत अधिगम की प्रक्रिया में संलग्न रहने के लिए प्रेरित किया।
अंबाला कवरेज @ अंबाला । पीकेआर जैन सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल, अंबाला शहर में 70 शिक्षकों के लिए एक दिवसीय इन-हाउस प्रशिक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, जहां संसाधन व्यक्ति, सुश्री सोनिया परमार ने ईमानदारी और नैतिकता पर मूल्यों को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण सत्र का प्राथमिक उद्देश्य शिक्षकों के ज्ञान को समृद्ध करना था ताकि वे नैतिक मुद्दों को पहचान सकें, सही निर्णय लेने के लिए सही दृष्टिकोण विकसित कर सकें और परिणामों पर विवेकपूर्ण तरीके से विचार कर सकें। इस क्षमता निर्माण कार्यक्रम ने शिक्षकों को मन में घर किए हुए संशयों की जांच करने, उसे दूर करने और हटाने में मदद की क्योंकि व्यक्तिगत गतिविधियां नैतिक व्यवहार में एक निश्चित बदलाव नहीं ला सकती हैं। इसलिए ईमानदारी और नैतिकता पर इस कार्यशाला ने शिक्षकों को सामूहिक रूप से काम करने में मदद की ताकि ऐसा माहौल बनाया जा सके जहां सभी के द्वारा आत्म विश्लेषण से नैतिकता और अखंडता का बेहतर माहौल बने क्योंकि ये मूल्य केवल सिद्धांत नहीं हैं बल्कि इन्हें हमारे दैनिक व्यवहार में शामिल किया जाना चाहिए। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती नीरू शर्मा ने कार्यशाला की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों को प्रोफेशनल रूप से सशक्त बनाते हैं और उनके शिक्षण कौशल को उन्नत करते हैं इसके साथ ही प्रधानाचार्या ने शिक्षको को सतत अधिगम की प्रक्रिया में संलग्न रहने के लिए प्रेरित किया।