अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। काउंसिल ऑफ लॉयर्स के लिए आज का दिन गर्व और सम्मान से भरा रहा, जब उत्तराखंड हाई कोर्ट की सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश एवं पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट की पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, माननीय श्रीमती जस्टिस रितु बाहरी को पैट्रन-इन-चीफ नियुक्त किया गया। काउंसिल ऑफ चेयरमैन जल्द ही पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जस्टिस बाहरी के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा और वांछित लोगों तक न्याय पहुँचाने के लिए सार्थक चर्चा होगी जिसमे कई वरिष्ठ वकील भी शामिल होंगे । इस अवसर पर काउंसिल ऑफ लॉयर्स के चेयरमैन एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य एवं अध्यक्ष ईशान भारद्वाज ने जस्टिस रितु बाहरी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान, काउंसिल के सदस्यों ने वंचित वर्गों के लिए कानूनी सहायता पहलों को सशक्त बनाने पर विस्तार से चर्चा की। जस्टिस बाहरी के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से संगठन ने न्याय और सेवा के अपने मिशन को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर एडवोकेट गौतम भारद्वाज, एडवोकेट अनिशा शर्मा, एडवोकेट लक्ष्य गोयल, एडवोकेट हर्षित नैन, एडवोकेट जितेंद्र कंसल, एडवोकेट सक्षम डुडेजा, एडवोकेट अमीश शर्मा, एडवोकेट बृजेश,एडवोकेट जशन चोपड़ा, एडवोकेट करण भंडारी, एडवोकेट सुखवीर गिल समेत कई वकील उपस्थित रहे ।
बैठक में “भारतीय गांवों में 200 घंटे” नामक फ्लैगशिप कार्यक्रम पर भी चर्चा हुई, जिसके तहत एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने जस्टिस बाहरी एमएल बताया कि हर महीने काउंसिल के 200 पदाधिकारी और सदस्य देश के विभिन्न गांवों में जाकर मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करेंगे। जस्टिस रितु बाहरी ने इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की और न्यायिक सेवाओं को जमीनी स्तर तक पहुँचाने के काउंसिल ऑफ लॉयर्स के प्रयासों की सराहना की। जस्टिस रितु बाहरी ने कहा कि वह काउंसिल ऑफ लॉयर्स से जुड़कर हर संभव मदद करेंगी और उनका भी यही लक्ष्य रहा है कि ग़रीब और वंचित लोगों तक न्याय पहुँच सके। उन्होंने काउंसिल ऑफ लॉयर्स के युवा सदस्यों के साथ कई महत्वपूर्ण चर्चाएँ कीं और अपने कार्यकाल के दौरान उत्तराखंड हाई कोर्ट में बतौर मुख्य न्यायाधीश जनहित में लिए गए फैसलों पर भी विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही जस्टिस बाहरी ने काउंसिल को कई नए विचार और सुझाव भी दिए। जस्टिस बाहरी ने कहा कि युवा वकील ही समाज में असली बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि अगर युवा वकील आगे आएँ और सेवा का संकल्प लें, तो समाज को सशक्त और न्यायपूर्ण बनाया जा सकता है।
क्या है काउंसिल ऑफ लॉयर्स
काउंसिल ऑफ लॉयर्स एक नया अध्याय शुरू कर रहा है — एक ऐसा अध्याय जो वकीलों को सशक्त करेगा और न्याय, पारदर्शिता तथा जनकल्याण के लिए मजबूती से खड़ा होगा।काउंसिल ऑफ लॉयर्स एक पंजीकृत संस्था है, जो काउंसिल का मिशन विधि जगत का सहयोग करना, नैतिक आचरण को बढ़ावा देना और ऐसे नवाचारी प्रयास करना जो समुदाय के कल्याण में योगदान दें। सहयोग, शिक्षा और जनहित में सक्रियता के माध्यम से हम विधि क्षेत्र को सशक्त करने और सभी के लिए न्याय सुलभ बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य की अध्यक्षता में काउंसिल ऑफ लॉयर्स भारत के 28 राज्यों और 8 केंद्रशासित प्रदेशों में कार्य करेगी। यह एक जीवंत पहल है, जिसे उत्साही और प्रतिबद्ध युवा वकीलों की टीम ने शुरू किया है। नई सोच और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता के माध्यम से, काउंसिल ऑफ लॉयर्स का लक्ष्य एक सशक्त विधिक विशेषज्ञों का नेटवर्क बनाना है, जो न केवल समकालीन चुनौतियों का समाधान करेगा, बल्कि समाज के समग्र कल्याण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा और ग़रीब एवं वांछित लोगों को न्याय पहुँचाएगा
edited by alka rajput