अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। सनातन धर्म कॉलेज के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा बीसीए द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए एक विशेष एप्टीट्यूड टेस्ट का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संयोजन प्रो आरती सचदेवा के कुशल मार्गदर्शन में किया गया, जिनकी देखरेख में पूरी परीक्षा प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हुई। एप्टीट्यूड टेस्ट का मुख्य उद्देश्य छात्रों की तार्किक सोच, विश्लेषणात्मक क्षमता, गणितीय दक्षता और समस्या समाधान की योग्यता का मूल्यांकन करना था। यह टेस्ट न केवल छात्रों की बौद्धिक क्षमता को परखने के लिए था, बल्कि उन्हें आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं और प्लेसमेंट के लिए भी तैयार करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम था। परीक्षा में विभिन्न प्रकार के प्रश्न शामिल थे, जैसे कि रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एबिलिटी, डेटा इंटरप्रिटेशन और वर्बल एबिलिटी। छात्रों ने पूरे उत्साह और गंभीरता के साथ इस टेस्ट में भाग लिया। इस कार्यक्रम में प्रो गरिमा सूदन और प्रो यशप्रीत कौर ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। सभी प्रतिभागियों ने टेस्ट को एक चुनौतीपूर्ण लेकिन ज्ञानवर्धक अनुभव बताया। कार्यक्रम के अंत में डॉ गिरधर गोपाल ने सभी छात्रों को उनके प्रदर्शन के आधार पर मार्गदर्शन दिया और भविष्य में और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियाँ छात्रों को व्यावसायिक दुनिया के लिए मानसिक रूप से तैयार करने में अहम भूमिका निभाती हैं।
अंबाला कवरेज @ अंबाला। सनातन धर्म कॉलेज के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा बीसीए द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए एक विशेष एप्टीट्यूड टेस्ट का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संयोजन प्रो आरती सचदेवा के कुशल मार्गदर्शन में किया गया, जिनकी देखरेख में पूरी परीक्षा प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हुई। एप्टीट्यूड टेस्ट का मुख्य उद्देश्य छात्रों की तार्किक सोच, विश्लेषणात्मक क्षमता, गणितीय दक्षता और समस्या समाधान की योग्यता का मूल्यांकन करना था। यह टेस्ट न केवल छात्रों की बौद्धिक क्षमता को परखने के लिए था, बल्कि उन्हें आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं और प्लेसमेंट के लिए भी तैयार करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम था। परीक्षा में विभिन्न प्रकार के प्रश्न शामिल थे, जैसे कि रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एबिलिटी, डेटा इंटरप्रिटेशन और वर्बल एबिलिटी। छात्रों ने पूरे उत्साह और गंभीरता के साथ इस टेस्ट में भाग लिया। इस कार्यक्रम में प्रो गरिमा सूदन और प्रो यशप्रीत कौर ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। सभी प्रतिभागियों ने टेस्ट को एक चुनौतीपूर्ण लेकिन ज्ञानवर्धक अनुभव बताया। कार्यक्रम के अंत में डॉ गिरधर गोपाल ने सभी छात्रों को उनके प्रदर्शन के आधार पर मार्गदर्शन दिया और भविष्य में और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियाँ छात्रों को व्यावसायिक दुनिया के लिए मानसिक रूप से तैयार करने में अहम भूमिका निभाती हैं।
edited by alka rajput