ambala today news अम्बाला को साइंस उद्योग और कपड़ा हब तो रहने नहीं दिया,टूरिज़म हब बना कर क्या होगा?:चित्रा सरवारा

अम्बाला: हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने गृहमंत्री अनिल विज जी के अम्बाला छावनी को टूरिज़म हब बनाने और स्मारक कार्य को तेजी से करने के आदेश पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अम्बाला छावनी को कोई नया हब बनाने से पहले जिस साइंस उद्योग और कपड़े बाजार का हब के नाम से ये जाना जाता था उसे भी सम्भाल लेते तो बेहतर होता I हमेशा की तरह मंत्री जी का ध्यान सजावट के कार्यों में ज़्यादा रहता है और शायद इसीलिए अम्बाला की सड़कों और नालों के काम को जल्दी खत्म करने की बनिस्पत स्मारक को जल्दी बनाने पर अधिकारियों को खींचा जा रहा है I शहर में टूटी फूटी सड़कों के साथ गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। आज अम्बाला में कोई कहीं भी आराम से और समय से पहुंच नहीं सकता I धूल मिट्‌टी के गुब्बार से सांस लेना भी दुश्वार हो रखा है और लोग फेफड़ों की बीमारी के शिकार हो रहे हैं। अगर हमारा शहर जगमग हो भी जाता है तो दिखाई क्या देगा? मात्र कूडे के ढेर? चित्रा सरवारा ने कहा कि बीते 6 साल से विकास कार्यों के लिए आने वाली करोड़ों की राशि का बहुत बड़ा हिस्सा केवल नगर के सौंदर्यीकरण पर खर्च किया जा रहा है जबकि मूलभूत विकास आज भी चल ही रहा है, खत्म होने का नाम नहीं ले रहा I उन्होंने कहा कि 6 साल बीत जाने पर भी अम्बाला छावनी में न तो सड़कों का कायाकल्प हो पाया है और न ही गंदगी से छुटकारा मिल पाया है। उन्होंने कहा है कि अम्बाला छावनी को टूरिस्ट हब बनाने के दावे किए जा रहे हैं जबकि वर्षों से इंडस्ट्रियल हब माना जाने वाला अम्बाला छावनी का साइंस उद्योग वेंटिलेटर पर रहा है और अब कोरोना के समय स्थिती इतनी बद्तर हो चुकी है कि इसकी ऑक्सीजन की सप्लाई भी खत्म हो रही है। साइंस उद्योग ने मंत्री जी से अनेकों बार मदद की गुहार लगाई पर आज तक उन्हें क्या समर्थन या सहायता मिली है? दुनिया में निर्यात करने वाली हमारी फैक्ट्रियों में आज अंधेरा है I ambala today news अम्बाला को साइंस उद्योग और कपड़ा हब तो रहने नहीं दिया,टूरिज़म हब बना कर क्या होगा?:चित्रा सरवारा

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कपड़े के कारोबार का हब कहलाए जाने वाले कपड़े के बाजारों को बचाया और बढ़ाया नहीं जा सका। नगर के सौंदर्यीकरण के नाम पर कम चौड़े बाजारों में भी डिवाइडर बनाने से कारोबार ठप्प हो गए हैं। आज ग्राहक शहर से बाहर की दुकानों मे जाना पसंद करता है क्योंकि अंदर के पुराने बाजारों में पहुंचना, गाड़ी खड़ी करना दुर्लभ हो गया है I मल्टी लेवल पार्किंग का काम भी अम्बाला के चल रहा है पर खत्म ना होने वाले प्रोजेक्ट की लिस्ट में ही बैठा है I उन्होंने कहा कि बैंक स्क्वायर का शिलान्यास अब दूसरी बार किया जा रहा है और अभी यह नहीं पता की बैंक स्क्वायर की हांडी कितनी बार चढ़ेगी।चित्रा सरवारा ने कहा कि अब बैंक स्क्वायर और स्मारक से चलने वाले कैन्टीन और ऐसे नए लुभावने सपने दिखाए जा रहे हैं। यदि अम्बाला छावनी के उद्योग और बाजारों को उभारने के उपाय किए जाते तो आज अंबाला में सैकड़ों होटल और खाने के बिजनेस बढ़िया आमदानी पैदा करते और रोज़गार भी देते। उन्होंंने कहा कि कैंटोनमेंट बोर्ड क्षेत्र में गंदे पानी की निकासी पर्याप्त व्यवस्था मामले के कारण काफी बड़ा इलाका इसकी चपेट में आ रहा है। विकास कार्यों के अनेक प्रौजेक्ट अधर में लटके हुए हैं जिन्हें पूरा करने के लिए सारा सरकारी तंत्र और मंशा लगायी जाए तो शायद लोगों को सच में कोई यथार्थ फायदा होगा I ambala today news अम्बाला को साइंस उद्योग और कपड़ा हब तो रहने नहीं दिया,टूरिज़म हब बना कर क्या होगा?:चित्रा सरवारा

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