ambala today news बेटा जहां परिवार का अभिमान होता है, वहीं बेटियां परिवार की शान होती हैं:डीसी

अम्बाला- महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी, बलजीत कौर की अध्यक्षता में आज पंचायत भवन अम्बाला शहर में अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा, विशिष्ट अतिथि के तौर पर अतिरिक्त उपायुक्त प्रीति उपस्थित रही। अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर उपायुक्त व अतिरिक्त उपायुक्त ने बालिकाओं से केक काटवाकर बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने इस मौके पर अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें यह दिन एक दिन न मनाकर बेटियों के लिए हमेशा मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटा जहां परिवार का अभिमान होता है वहीं बेटियां परिवार की शान होती हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष लिंगानुपात में अम्बाला, पंचकूला के साथ अग्रणी रहा था और अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हरियाणा ने अम्बाला को प्रथम आने पर सम्मानित किया था। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में अम्बाला शुरू से ही अच्छा कार्य कर रहा हैं और आगे भी उसे इसी तरह कार्य करते हुए जिले को अग्रणी बनाएं रखना हैं। उपायुक्त ने इस मौके पर यह भी कहा कि लिंगानुपात में जो सुधार हुआ है इसे बरकरार रखते हुए इस कार्य को जारी रखना हैं। प्रशासनिक अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समय-समय पर कार्य करते हुए इसे नियंत्रित करने की दिशा में प्रयासरत रहते हैं। आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, सुपरवाईजर का फिल्ड में ज्यादा कार्य रहता है तथा इस कार्य को वह बेहतर तरीके से कर सक ते हैं। उन्हें गांव की स्थिति का पूरा पता होता हैं। विशेषकर जिनके पास पहली बेटी होती है ऐसे महिलाओं की काउंसलिंग करवाकर एवं सजग रहकर या यू कहें कि पहरा देकर हम कन्या भू्रण हत्या को रोक सकते हैं। उन्होनें बताया कि कन्या भू्रण हत्या को रोकने के लिए सूचना देने वालो का नाम गुप्ता रखा जाता हैं और यदि उनका नाम उजागर भी हो जाता है तो वे अच्छे कार्य के लिए होता हैं, इसलिए वे घबराएं नहीं। उन्हानें कहा कि लिंगानुपात में समानता लाने के लक्ष्य को हासिल करना हैं।  ambala today news बेटा जहां परिवार का अभिमान होता है, वहीं बेटियां परिवार की शान होती हैं:डीसी
उपायुक्त ने यह भी कहा कि हमें अपने बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उनके पोषण पर भी ध्यान देना हैं। यदि बच्चों को शुरू से ही बेहतर पोषण मिलेगा तो वे स्वस्थ्य होगें और स्वस्थ्य होकर भाग दौड़ भरी जिन्दगी में जो प्रतिस्पर्धा है, उसका मुकाबला अच्छे से कर सकेंगें। उन्होनें महिला बाल विकास विभाग द्वारा पंचायत भवन के प्रागंण में पौष्टिक आहार सम्बधिंत लगाई गई प्रदर्शिनी का अवलोकन भी किया और विभाग की सराहना भी की। उन्होनें कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत अबकी बार आहार बनाने की विधि ही प्रदर्शित की गई है। उन्होंने कार्यक्रम के माध्यम से फास्ट फूड से दूर रहकर पौष्टिक आहार लेने के लिए कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को प्रेरित किया। उपायुक्त ने कोविड-19 के दौरान महिला एवं बाल विकास, आंगनवाड़ी वर्करों, आशा वर्करों, सुपरवाईजरों द्वारा गांवों व शहरों में घर-घर जाकर किए गए कार्यो की सराहाना की और कहा कि वे बें्रडएम्बेस्डर बनकर एसएमएस यानि मास्क पहनना, सैनिटाइजेशन व सामाजिक  दूरी बारे लोगों को पे्ररित करते हुए इस अभियान बेहतरीन भूमिका निभाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। सावधानियों की हमें नियमित रूप से स्वयं पालना करनी है तथा दूसरों को भी इसके लिए पे्ररित करना हैं। इस मौके पर उपायुक्त ने कोविड-19 के दौरान अच्छा कार्य करने वाली आंगनवाड़ी वर्कर, सुपरवाईजर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी बलजीत कौर ने उपायुक्त व अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए विभाग द्वारा क्रियान्वित विभिन्न स्कीमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होनें कहा कि उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में महिलाओं व बच्चों के उत्थान के लिए जो कार्य किए जा रहे है उसे आगे भी जारी रखा जाएगा।
इस मौके पर सीएमजीजीए उत्सव शाह, सीडीपीओ मनीषा गागट, सीडीपीओ सीमा, सीडीपीओ मीक्षा रंगा, रंजना मेहता सहित आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, सुपरवाईजर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहें। ambala today news बेटा जहां परिवार का अभिमान होता है, वहीं बेटियां परिवार की शान होती हैं:डीसी

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