Ambala coverage news हरियाणा की आंगनबाड़ी कार्यकर्तार्ओं को लेकर मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कही बड़ी बात

अंबाला कवरेज@ चंडीगढ़। मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा है कि 6 से 18 साल के बच्चों का परिवार पहचान पत्र से डाटा लेकर शिक्षा के लिए ट्रेकिंग की जाएगी ताकि मार्च 2024 तक स्कूलों में शत-प्रतिशत एनरोलमेंट किया जा सके। इसके अलावा स्कूलों से ड्रॉप आउट कम करके ग्रेडिंग लेवल अग्रणी तीन राज्यो में लाने के बेहतर प्रयास किए जाएंगे।मुख्य सचिव गुरुवार को अमृतसर में गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई 31वीं नॉर्थ जोन काउंसिल बैठक में उठाए गए मामलों को लेकर शिक्षा व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।मुख्य सचिव ने कहाकि राज्य में बच्चों के शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए क्षमता निर्माण पर ओर अधिक सुधार करने की आवश्यकता है। इसके लिए हमें लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करने के साथ-साथ जिला स्तर पर समीक्षा एवं मॉनिटरिंग भी की जाएगी ताकि वांछित लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सके।उन्होंने कहा कि स्कूलों से ड्रॉप आउट बच्चों की पहचान करके उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा में लाना, शिक्षकों का रेशनलाइजेशन, ग्रेडिंग सूचकांक का प्रदर्शन, शिक्षण के परिणाम एवं विधा समीक्षा केंद्र पर विस्तार से कार्य कर युवाओं को खेलों की तर्ज पर शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जाएगा।कौशल ने कहा कि सीनियर सेकेण्डरी के बाद स्कूल छोड़ने वाले युवाओं को उद्योगों में अप्रेंटिशिप पर लगाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा महत्वाकांक्षी योजना बनाई जा रही है ताकि उन्हें तकनीकी क्षेत्रों में निपुण करके रोजगार के काबिल बनाया जा सके। यह योजना बहुत ही कारगर होगी।Ambala coverage news हरियाणा की आंगनबाड़ी कार्यकर्तार्ओं को लेकर मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कही बड़ी बात

Ambala coverage news कैबिनेट में मृत पुलिस कर्मियों के 50 आश्रितों को लेकर क्या दी गई मंजूरी

औद्योगिक नगरी में हर साल 10 हजार अप्रेंटिशिप की आवश्यकता होती है।मुख्य सचिव ने कहाकि आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से कम वजन वाले बच्चों और अधिक आयु के कम ऊंचाई वाले बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोष्टिक एवं गुणवतायुक्त आहार देने पर विशेष बल दिया जाए ताकि उनका संवार्गीण एवं चहुंमुखी विकास सम्भव हो सके।आयुक्त एवं सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग अमनीत पी कुमार ने कहाकि आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं को नवम्बर के अंत तक मोबाइल उपलब्ध करवाए जाएंगे। जनवरी 2024 में पोषण जागृति माह मनाया जाएगा।
उस दौरान कार्यकतार्ओं के माध्यम से बच्चों को दिए जा रहे प्रोटीनयुक्त आहार का प्रतिदिन डाटा लेकर उसकी निगरानी की जाएगी। इसके अलावा बच्चों का ग्रेडिंग लेवल बनाने के लिए बेहतर एसओपी बनाई जाएगी जिसमें आंगनबाड़ी केन्द्र व स्कूलों में दिए जा रहे आहार बारे जिला स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों की चैंकिग सुनिश्चित की जाएगी।उन्होंने कहा कि वर्तमान में दिए जाने वाले आहार में एनर्जी, प्रोटीन, न्यूट्रिशन, मशरूम, सोया आदि शामिल करने की आवश्यकता है जिससे बच्चों का सही विकास संभव हो सके। चरखी दादरी, झज्जर, गुरुग्राम व सोनीपत जिले में जन्म से 5 वर्ष आयु के बच्चों का पोषण ट्रैकर ग्रोथ मॉनिटरिंग राज्य स्तर पर अव्वल है। इसे पूरे राज्य में बनाने के लिए सकारात्मक एवं ठोस प्रयास किए जाएगें। इसके लिए पोषण ट्रैकर पर नियमित रूप फोकस किया जाएगा तथा आईईसी गतिविधियों को भी बढ़ाया जाएगा। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव आनन्द मोहन शरण, आयुक्त एवं सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग अमनीत पी कुमार, निदेशक सेकेण्डरी स्कूल डा. अशंज सिंह, डायरेक्टर एलीमेंटरी एजुकेशन आर एस ढिल्लो, निदेशक महिला एवं बाल विकास मोनिका मलिक, विशेष सचिव प्रभजोत सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।Ambala coverage news हरियाणा की आंगनबाड़ी कार्यकर्तार्ओं को लेकर मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कही बड़ी बात

Leave a Comment

और पढ़ें