अंबाला कवरेज @अंबाला हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर किसानों का ‘दिल्ली चलो’ मार्च शनिवार को फिर विवादों में घिर गया। किसानों ने दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर मार्च की शुरूआत की, लेकिन जब वे घग्गर नदी के पुल पर पहुंचे, तो हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया। किसानों ने जब विरोध जताया और जाली उखाड़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस दौरान कई किसान घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने रॉकेट लॉन्चर से बम और गोलियां फेंकी, जिससे उनकी जान को खतरा हुआ। इसके अलावा, पुलिस ने गंदे पानी का इस्तेमाल भी किया, जो किसानों के मुताबिक अत्यधिक असंवेदनशील था।अम्बाला एसपी ने कहा, “अगर आपको दिल्ली जाना है तो आप परमिशन के लिए आवेदन दे और अगर आपको परमिशन मिलती है तो हम आपको खुद वहां तक छोड़कर आएंगे। एसपी ने कहा, “…बैठक की अगली तारीख 18 दिसंबर है। हम आपसे अपील करते हैं कि आप यहां शांति से बैठें और नियमों का पालन करें।
किसानों का कहना है कि उनका दिल्ली तक मार्च करना उनका अधिकार है और उन्हें अपनी आवाज उठाने का पूरा हक है। हरियाणा पुलिस और प्रशासन की ओर से किसानों से शांति से बैठने की अपील की गई है। अंबाला के एसपी ने कहा, “हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप शांति से बैठें और आगामी बैठक में भाग लें, जो 18 दिसंबर को होगी। यदि आपको दिल्ली जाना है, तो आप परमिशन के लिए आवेदन करें और यदि अनुमति मिलती है, तो हम खुद आपको दिल्ली तक छोड़ने आएंगे।” वही किसानों ने फिर दिल्ली कूच टाल दिया है ओर 101 जत्थे को वापिस बुला लिया गया है।अंबाला के 12 गांव में इंटरनेट सेवाएं बंद
हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 12 गांवों में इंटरनेट सेवाओं को 18 दिसंबर तक बंद करने का आदेश दिया है। इंटरनेट सेवाएं 17 दिसंबर रात 12 बजे तक बंद रहेंगी, ताकि किसी भी प्रकार की अफवाहें फैलने से रोका जा सके।