अंबाला कवरेज @ अमित अठवाल। अंबाला शहर सेक्टर-9 रैजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के बीच चल रहा आपसी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। हालात यह हैं कि आरडब्ल्यूए के प्रधान प्रदूमन सचदेवा ने जरनल सेके्रटरी नरेश मेहता पर अनुशासनहीनता के आरोप लगाते हुए उसकी मैंबरशिप रद्द कर दी। जिसके बाद शनिवार को सेक्टर-9 के पार्क में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नरेश मेहता ने अपनी बात रखी। मेहता ने कहा कि नियमों को ताक पर रखते हुए बिना किसी कारण बताओ नोटिस दिए उसे बाहर का रास्ता दिखाया गया, जबकि वह खुद को अभी जरनल सेके्रटरी मानते हैं और इस संबंध में सोमवार को रजिस्टार को शिकायत करेंगे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए नरेश मेहता ने कहा कि 21 लोगों को गर्वनेस बॉडी है और 26 जनवरी को उन्हें सर्वसम्मति से जरनल सेके्रटरी बनाया गया था। जब से वह लगातार प्रधान प्रदूमन सचदेवा ने हिसाब मांग रहे हैं ताकि सेक्टर के विकास के लिए मिलकर काम किया जा सके। उन्होंने बताया कि कोषाध्यक्ष लदाख में काम कर रहे हैं और यहां पर उसके साइन करके पार्कों में काम करने वाले माली व अन्य की पेमेंट की जा रही है। इस संबंध में सवाल करना अनुशासनहीनता कैसे हो सकती है। नरेश मेहता ने कहा कि उन्होंने केवल गर्वनेस बॉडी के ग्रुप में लिखकर सवाल पूछा था कि आखिर पार्कों के रख रखाव पर आने वाले खर्च नगर निगम से क्यों नहीं लिया जा रहा। जो बिल नगर निगम के पास पहुंचे हैं और उसकी भी नगर निगम की तरफ से आपत्तियां लगाई गई आखिर उन आपत्तियों को दूर क्यों नहीं किया जा रहा। नरेश मेहता ने कहा कि आपसी बॉडी में वेलफेयर के सवाल पूछना अनुशासनहीनता में कैसे आता है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह एक रजिस्टर बॉडी है और हर मैंबर को लेखा जोखा पूछने का अधिकार है, केवल इस आधार पर अनुशासनहीनता बताते हुए निकालना गलत है।
साथ ही नरेश मेहता ने कहा कि जनवरी में जब नई बॉडी बनाई गई तो उस समय कोषाध्यक्ष ले लद्दाख में थे और बाकायदा अप्रैल में उन्हें चार्ज देने की बात हुई थी, लेकिन प्रधान प्रदूमन सचदेवा ने अपनी पावर का मिसयूज करते हुए कोषाध्यक्ष को चार्ज देने से पहले ही खाली चैक पर साइन करवाकर पेमेंट कर दी। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रार के पास जाकर एसोसिशन में चल रहे धांधली की शिकायत दी जाएगी और जब तक सब ठीक ठाक नहीं होता तब तक पेमेंट स्पॉट करने का आग्रह किया है।
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वही दूसरी तरफ एसोसिएशन के प्रधान प्रदूमन सचदेवा कहा कि नरेश मेहता लगातार आरडब्ल्यूए को लेकर लोगों के बीच गलत प्रचार कर रहे थे, जिसके कारण गर्वनस बॉडी ने मिलकर फैसला किया कि बाइलाज के अनुसार अनुशासनहीनता करने वाले मैंबर की सदस्यता रद्द की जा सकती है और इसी आधार पर उनकी सदस्यता रद्द की गई। सवाल का जवाब देते हुए प्रदूमन सचदेवा ने कहा कि यदि उन्हें लगता है कि गलत किया है तो वह संबंधित अधिकारी के पास शिकायत कर सकते हैं और जो फैसला होगा वह मान्य होगा। वित्तीय अनियमितताओं और पुराना हिसाब न देने के सवाल पर प्रधान ने कहा कि पुराना हिसाब पुरानी बॉडी न देने है और वह अभी उसके पास नहीं आया है और वित्तीय अनियमितताओं का सवाल नहीं क्योंकि अभी तो बॉडी को बने मात्र 2 महीने हुए हैं।