अंबाला कवरेज @ अमित अठवाल। त्यौहारों की सीजन शुरू हो चुका है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोई चिंता नही है। हर साल त्यौहारों के सीजन में मिलावटखोर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का काम करते हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की सख्ती हमेशा लोगों को इस मिलावटखोरों से बचाने में कुछ हद तक कामयाब रहती है, लेकिन इस बात महसूस हो रहा है कि स्वास्थ्य विभाग ने इस बार अंबाला को मिलावटखोरों के हवाले कर दिया है। अंबाला के फूड सेफ्टी आफिसर के पास कई जिलों का चार्ज है और ये ही कारण है कि अंबाला में मिलावटखोरों पर कार्रवाई न के बराबर है।
इतना ही नहीं मिठाई के नाम पर अंबाला में बड़ा खेल चल रहा है। पहले तो सीएम फ्लार्इंग व सीआईडी भी संयुक्त रुप से मिलावट खोरों पर कार्रवाई करती थी, लेकिन इस बात वह विभाग ाी कहीं न कहीं चुप नजर आ रहे हैं। जुटाए तथ्यों की बात करें तो नियमों के अनुसार मिठाई के रेट के बाद दिए जाने वाले डिब्बों को मिठाई के साथ तुलाई नहीं की जा सकती, लेकिन विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत और श्रय के कारण मिठाई विक्रेता लोगों को डिब्बे भी मिठाई के भाव में बेचने में लगे हैं। जुटाए तथ्यों की बात करें तो अभी तक एक भी ऐसे दुकानदार का चालान नहीं किया गया है, जोकि मिठाई के रेट में डिब्बों को बेचने में लग रहा है।
इतना ही नहीं मिठाई की डिमांड को देखते हुए चीनी, दूध की भी काफी डिमांड बढ़ी है और ऐसे में सनथेटिक पनीर भी मार्केट में खूब बिक रहा है। पिछले साल सीआईडी व सीएम फ़लार्इंग की टीम ने संयुक्त रुप से काम करते हुए छापेमारी की और सनथेटिक पनीर के खेल से पर्दा उठाया था। लेकिन इस बात कोई भी विभाग भी तक सक्रिय नजर नही आया और ये ही कारण है कि मुनाफाखोर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हुए मुनाफा कमाने में लगे हैं।