चंडीगढ़। हरियाणा में गुरुग्राम के बाद सिरसा ऐसा दूसरा जिला बन गया है जहां पर मेनहोल व सीवरेज की सफाई के लिए बेंडीकूट रोबोट मशीन प्रयोग में लाई जाएगी। प्रदेश के विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा 51 लाख रुपये की लागत से खरीदी गई इस मशीन का बटन दबाकर उद्घाटन किया। इस मशीन में एडवांस टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें 4 विजन कैमरा है जो अंधेरे में भी बेहतर तस्वीर दिखाने की क्षमता रखता है जिससे सीवर की गइराई में फंसी किसी चीज के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है। इसके अलावा, इस मशीन में इंटेलिजेंट बकेट सिस्टम भी है। प्रदेश के विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह कहा कि इसमें रोबोटिक्स लैग हैं, जिनसे यह 360 डिग्री घूम सकता है। यह मशीन मेनहोल के अंदर सफाई करने और गहराई से गाद निकालने समेत वह प्रत्येक कार्य कर सकती है, जो किसी इंसान द्वारा सीवर की सफाई में किया जाता है। मेनहोल में कैमिकल व गैस होने के बावजूद यह अच्छे ढंग से कार्य कर सकती है।
प्रदेश के विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि बेंडीकूट रोबोट मशीन शहर की स्वच्छता में बेहद सहायक सिद्ध होगी। इस मशीन से न केवल मेनहोल की सफाई जल्द व बेहतर होगी बल्कि इससे सीवरेज में सफाई करने वाले कर्मचारियों की जान को भी किसी प्रकार का खतरा नहीं होगा। प्रदेश के विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रकोप से बचाव में भी यह मशीन बेहद कारगर सिद्ध होगी क्योंकि इसके माध्यम से हाथों का इस्तेमाल किए बिना सीवर की सफाई की जा सकेगी। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता आरएस मलिक ने बताया कि बेंडीकूट रोबोट मशीन पंजाब, गुजरात, तमिलनाडु, असम, महाराष्ट्र और केरल समेत देश के 10 से अधिक राज्यों में इस्तेमाल की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह मशीन एक बार में 18 किलोग्राम कचरा बाहर निकाल सकती है और 125 किलो वजन उठाने की क्षमता रखती है। छोटा आकार होने के कारण यह मशीन शहर की तंग गलियों में भी बहुत आसानी से सीवरेज की सफाई करने में कारगर होगी और महज 17 मिनट में एक मेनहोल साफ कर सकती है।