ambala today news पढ़िए खबर: डीसी क्यों बैठे ट्रैक्टर पर, किसानों को क्यों कही यह बात

यमुनानगर- कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, यमुनानगर द्वारा खण्ड सरस्वती नगर के गांव खानपुर में उपायुक्त मुकुल कुमार की उपस्थिति में सभी ईन सीटु व एक्स सीटु फसल अवशेष प्रबंधन कृषि यन्त्रों का प्रदर्शन का आयोजन किया गया। किसानों को जागरूक  करने के उद्ेश्य से कृषि अभियन्त्रण शाखा द्वारा आयोजित किये गये प्रदर्शन में सुपर स्ट्रा मैनेजमैन्ट सिस्टम लगी हुई कम्बाईन से धान की कटाई करते हुऐ दिखाई गई व उसके उपरान्त विभिन्न कृषि यन्त्रों जैसे कि  हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, रिवर्सिबल प्लो, मल्चर इत्यादि चलाकर खेत में बचे हुऐ धान के अवशेषों का किस प्रकार उचित प्रबन्धन किया जा सकता है, का प्रदर्शन किया गया। इसके अतिरिक्त बिना एस0एम0एस0 लगी कम्बाईन से भी धान की कटाई करते हुऐ प्रदर्शित की गई। प्रदर्शन के दौरान यह दिखाया गया कि अगर किसी की फसल की कटाई ऐसी कम्बाईन के द्वारा की गई है जिसमें एस0एम0एस0 नही लगा हुआ हो, उस खेत में भी किसानों को फसल अवशेषों में आग लगाने की आवश्यकता नहीं है। ऐसेे खेत में किसान रोटरी स्लैश्र, हे रेक व स्ट्रा बेलर से अपने खेत में फसल अवशेषों की गांठ बना सकते हैं। यह सभी कृषि यन्त्र गांव अम्बली में स्थापित कस्टम हायरिंग केन्द्र दी आहलुवालिया को-ऑपरेटिव मल्टिपरपज़ सोसाईटी लि0 के प्रधान श्री रमनदीप सिंह वालिया, अमृत को-ऑपरेटिव सोसाईटी, खानपुर व कलाँपुर एग्रीकल्चर सोसाईटी, कलाँपुर द्वारा प्रदर्शन हेतू उपलब्ध करवाये गये थे। उपायुक्त ने  रमनदीप सिंह वालिया द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना भी की। ज्ञातव्य है कि रमनदीप सिंह द्वारा स्थापित कस्टम हायरिंग केन्द्र के द्वारा अब तक लगभग 500 एकड़ भुमि में बेलर के द्वारा गांठ बनाकर फसल अवशेष प्रबन्धन किया गया है। ambala today news पढ़िए खबर: डीसी क्यों बैठे ट्रैक्टर पर, किसानों को क्यों कही यह बात
उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुऐ उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि इन गाँवों में स्थापित कस्टम हायरिंग केन्द्रों से यन्त्र किराये पर लेकर किसान ज्यादा से ज्यादा इन कृषि यन्त्रों का उपयोग करके अपनी पराली का उचित प्रबन्धन कर सकते है। उप कृषि निदेशक सुरेन्द्र यादव ने किसानों से फसल अवशेषों में आग न लगाने की अपील भी की। उन्होनें बताया कि कृषि विभाग द्वारा इन सभी कृषि यन्त्रों पर 50 से 80 प्रतिशत तक का अनुदान उपलब्ध करवाया गया है। इन कृषि यन्त्रों की बारिकियाँ बताते हुऐ जिले के सहायक कृषि अभियन्ता डा0 विनित जैन ने उपस्थित किसानों को बताया कि किसान किस प्रकार विभिन्न प्रकार के कृषि यन्त्रों का प्रयोग अलग-अलग परिस्थितियों में प्रयोग कर सकते है। जैसेकि बिना एस0एम0एस0 लगी कम्बाईन से कटी हुई धान की फसल में किसान फसल अवशेषों को स्ट्रा चोपर अथवा मल्चर की मदद से उचित प्रबन्धन कर सकते है। वहीं दूसरी ओर एस0एम0एस0 लगी कम्बाईन से कटी हुई धान की फसल में  स्ट्रा चोपर अथवा मल्चर की आवश्यकता नहीं पड़ती। इसके उपरान्त इस प्रकार के खेत में गेहुँ की बिजाई हैप्पी सीडर, सुपर सीडर व जिरो टिल सीड ड्रिल से आसानी से की जा सकती है। इसके अतिरिक्त सहायक कृषि अभियन्ता ने बताया कि जो किसान अपने फसल अवशेषों को मिट्टी में नहीं मिलाना चाहते हैं अथवा अन्य उपयोग के लिये इक्_ा करना चाहते है वो किसान स्ट्रा बेलर का भी उपयोग कर सकते है। जिसकी मदद से फसल अवशेषों की गांठ बनाकर अपने प्रयोग हेतू अथवा विक्रय करके अतिरिक्त लाभ कमा सकते हैं। जिससे खेती में होने वाले खर्च को कम किया जा सकता है। ambala today news पढ़िए खबर: डीसी क्यों बैठे ट्रैक्टर पर, किसानों को क्यों कही यह बात
उन्होनें उपायुक्त महोदय को अवगत करवाया कि आहलुवालिया कस्टम हायरिंग केन्द्र में उपलब्ध कृषि यन्त्रों का उपयोग करके 3 गांवों खानपुर, गधौली व कान्धड़ी कलंा को पूर्णत: आगजनी मुक्त कर दिया गया है। उपायुक्त महोदय ने आश्वासन दिया कि अपने  गांव में आग लगाने की एक भी घटना न होने पर पंचायतों को सम्मानित किया जायेगा। इस अवसर पर रमनदीप वालिया ने उपायुक्त महोदय से अनुरोध किया कि एस0एम0एस0 लगी हुई कम्बाईन से फसल की कटाई करने पर बेलर द्वारा उसकी गांठ नहीं बनाई जा सकती व किसान कई बार ऐसे खेत में भी आग लगा देता है। अत: जो किसान बेलर के द्वारा अपने खेत में फसल अवशेषों की गांठ बनवाने का इच्छुक हो, तो उसे बिना एस0एम0एस0 लगी कम्बाईन से फसल की कटाई करने की अनुमति दी जानी चाहिये। इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों सहित गांव खानपुर के राणा अशोक चौहान, राणा रणधीर सिंह, अमन, प्रवीन, अजय, व जगदीप सहित आस-पास के गावों के लगभग 55 किसानों ने प्रदर्शन के आयोजन में भाग लिया। ambala today news पढ़िए खबर: डीसी क्यों बैठे ट्रैक्टर पर, किसानों को क्यों कही यह बात

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