चण्डीगढ़ (अंबाला कवरेज) जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,वाईएमसीए, फरीदाबाद ने कोरोना महामारी के चलते वित्तीय कठिनाइयों के कारण फीस देने में असमर्थ विद्यार्थियों को राहत प्रदान करते हुए उनकी फीस माफ करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय ने फीस माफी के लिए आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए एक नीति तैयार की है। इसके तहत विद्यार्थियों के परिवार की वार्षिक आय व आर्थिक स्थिति को देखते हुए ट्यूशन फीस में 50 प्रतिशत तक की प्रतिपूर्ति की जायेगी। ऐसे मामले जहां पर विद्यार्थी के परिवार की वित्तीय स्थिति अत्यंत गंभीर पाई जायेगी, उसे 100 प्रतिशत फीस माफी अथवा प्रतिपूर्ति का लाभ दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि नीति के अंतर्गत फीस माफी का लाभ उठाने के लिए जरूरतमंद विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध निर्धारित प्रपत्र पर संबंधित विभागाध्यक्ष के माध्यम आवेदन करना होगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने फीस नियमों में ढील दी है, जिसमें विद्यार्थियों को दो बराबर किस्तों में अपनी सेमेस्टर फीस का भुगतान करने की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद यदि किसी विद्यार्थी को फीस के भुगतान में कठिनाई होती है, तो उसके अनुरोध पर फीस का भुगतान तीन समान किस्तों में करने की छूट भी दी गई है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने सेमेस्टर फीस में इंटरनेट डेटा शुल्क के रूप में 447 रुपये की छूट दी है ताकि विद्यार्थी को ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हालात सामान्य होने तक विद्यार्थियों को 149 रुपये प्रति माह की छूट जारी रहेगी