अम्बाला- हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद एवं हरियाणा योग परिषद के संयुक्त तत्वाधान में आज स्कूल व अध्यापकों का योग प्रशिक्षण शिविर का पानीपत से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुभारम्भ किया। इसी कड़ी में पंचायत भवन अम्बाला शहर में हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा आयुष एवं पंतजलि योग पीठ के समन्वय से योग प्रशिक्षण कार्यक्रम का डीआरओ कैप्टन विनोद शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार, जिला परियोजना समन्वयक महा सिंह ने शुभारम्भ किया। इस मौके पर छात्रा मुस्कान चौहान ने योग की विभिन्न क्रियाओं से उपस्थित प्रतिभागियों को चकित करने का काम किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने संदेश में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को अपनाने के लिये लोगों को प्रेरित करने का काम किया है और आज योग दिवस को 200 देशों में मनाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें घर-घर तक योग को पंहुचाने का काम करना है। योग को प्राणायाम व आसन तक ही सीमित नही रखना है। योग आठ प्रकार के होते हैं। मनुष्य के जीवन को तैयार करने व ऊंचाईयों तक पंहुचाने में योग की अहम महत्ता है। उन्होंने कहा कि आज का जीवन तनाव व उतेजना से भरा है। सभी बाधाओं को पार करने में योग अहम है। उन्होंने योग का प्रचार-प्रसार करने में पंतजलि योग पीठ व अन्य संस्थाओं द्वारा जो कार्य किये जा रहे हैं, उनकी भी सराहना की और बताया कि अब इसी कड़ी में शिविर के माध्यम से टीचरों को योग सिखाने के लिये तैयार किया जाएगा ताकि वह बच्चों को योग की महत्वता बारे पता चल सके। उन्होंने कहा कि योग को बढ़ाने के लिए योग परिषद का गठन किया गया है। इतना ही नही गांवो में व्यायामशालाएं खोली गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि योग को शिक्षा के साथ-साथ पाठयक्रम में भी जोडऩे का काम किया जा रहा है। ambala today news योग को जीवन में धारण करते हुए हम सुखद स्वास्थ्य की परिकल्पना को कर सकते हैं साकार: डीसी अशोक कुमार शर्मा
उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने वी.सी. के माध्यम से कहा कि मनुष्य शरीर से नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक रूप में परिवर्तित करने योग की अहम भूमिका है। निरंतर योग साधना से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। ऐसे में योग को जीवन में धारण करते हुए हम सुखद स्वास्थ्य की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं। उन्होंने उपस्थित सभी पीटीआई व डीपीई व अन्य अध्यापकों को कहा कि वे योग के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करें ताकि वे स्वंय इस विषय को लेकर जागरूक हो और दूसरों को भी इसके बारे में जागरूक करने का काम करें। उन्होंने कहा कि योग शिक्षा व्यवस्था का अभिन्न अंग है और मौजूदा सरकार फिर से स्वास्थ्य सुधार की दिशा में कदम बढाते हुए योग से आमजन को जोडऩे का सफल प्रयास कर रही है। स्वस्थ शरीर के लिये योगासन अहम है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योग साधना की अतुलनीय भागीदारी है। पंचायत भवन में आयोजित कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक ने उपस्थित प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि 21 दिन चलने वाले इस योग प्रशिक्षण कार्यक्रम को तीन चरणो में सम्पन्न करवाया जाएगा, जिसमें अम्बाला जिला के सभी खंडों के छठी से 12वीं के विद्यालयों में कार्यरत डीपीई, पीटीआई व अध्यापकों को 100-100 के तीन बैचों में प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रशिक्षण के पहले चरण में नारायणगढ़ और अम्बाला कैंट के अध्यापकों ने भाग लेते हुए जीवन में योग के महत्व को समझा है। आगे चरणो के माध्यम से इस कार्य को करने का काम किया जाएगा। इस मौके पर डिप्टी डीईओ मीना राठी, डीआईओ विनय गुलाटी, आयुष अधिकारी डा0 सतपाल, संदीप मलिक, एपीसी मनु ओबराल, अमरजीत सिंह के साथ-साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। ambala today news योग को जीवन में धारण करते हुए हम सुखद स्वास्थ्य की परिकल्पना को कर सकते हैं साकार: डीसी अशोक कुमार शर्मा