अंबाला कवरेज। कोरोना काल में हर कोई बदहाल है, लेकिन ऐसे में अंबाला में कार्यरत हैफेड के डीएम पर गंभीर आरोप लगाते हुए आत्महत्या करने वाला आढ़ती एवम राइस मिलर का मामला डीएम की परेशानियां बढ़ सकता है। अंबाला आढ़ती सुसाइड केस सुसाइड नोट में खुद को फंदा लगाने वाले राइसमिलर ने इसके लिए डीएम को जिम्मेदार ठहराया है। ऐसे में अंबाला पुलिस इस मामले में हर पहलू पर जांच कर रही है, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सके। वहीं दूसरी तरफ कानूनी जानकारी बताते हैं कि सुसाइड केस में आरोपी द्वारा लगाए गए आरोपों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। फिलहाल जांच में क्या सामने आता है यह तो कहना मुश्किल है, लेकिन यह पूरी तरह साफ है कि डीएम हैफेड की परेशानियां बढ़ गई हैं।
अंबाला शहर अनाज मंडी में आढ़त और राइस मिल चलाने वाले मदनलाल द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद मामला तुल पकड़ता जा रहा है। अंबाला आढ़ती सुसाइड केस में अंबाला पुलिस हर बिंदू पर जांच करने में जुटी है, ताकि दूध का दूध पानी का पानी किया जा सके। वहीं पुलिस अधिकारियों की माने तो इस मामले में रिकॉर्ड की जांच की जाएगी और जल्द ही पुलिस हैफेड डीएम से भी पूछताछ कर सकती है। पुलिस अधिकारियों की माने तो आत्महत्या में लिखे गए हर बिंदू पर बारिकी से जांच होगी, तभी जाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सोसाइट नोट में यह थे आरोप
अंबाला आढ़ती सुसाइड केस: मृतक ने अपनी सोसाइट नोट में लिखा कि मै बीते तीन साल से सैलर का काम कर रहा हूं। सैलर बैंक लोन पर है और समय से किश्ते चुका रहा हूं। मै समय से अपना काम निपटा देता हूं और किसी एजेंसी का डिफाल्टर नहीं हूं। अब डीएम हैफैड जीरी के लिए परमिशन नहीं दे रहे हैं। वह मेरी राइस मिल नहीं चलने दे रहे हैं। ऐसे में मेरा काम बंद हो जाएगा और मै कैसे गुजारा करूंगा। मै डीएम के रवैये से तंग आकर आत्महत्या कर रहा हूं। इस मामले में कार्रवाई करते हुए मृतक के बेटे शुभम की शिकायत पर डीएम हैफेड के खिलाफ सिटी थाने में केस दर्ज हो गया है।
कोट्स
पुलिस मामले की जांच कर रही है, ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके। अभी रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। फिलहाल रिकॉर्ड खंगालने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
सुलतान सिंह, जांच अधिकारी, अंबाला।
कोट्स
सुसाइड नोट में किसी व्यक्ति का नाम लिखना अपने आप में बड़ी बात है। माननीय सुप्रीम कोर्ट का मानना है कि आत्महत्या करना बेहद मुश्किल है और यदि कोई करता है तो बहुत परेशान होने के बाद करता है। इस मामले में पुलिस को हर पहलू पर बारिकी से जांच करनी होगी। फिलहाल परिवार के आरोपों को देखते हुए डीएम की परेशानी कम नही होगी।
मान सिंह काकरान, एडवोकेट, अंबाला।