अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलों को अपनाने के लिए किसानों को अब 8 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जो पहले 7 हजार रुपये प्रति एकड़ थी। इतना ही नहीं, किसानों को सहकारी बैंकों से जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर फसली ऋण उपलब्ध करवाया जाता है।उपायुक्त ने कहा कि हरको बैंक व अन्य सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को फसली ऋण 7 प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जाता है, परंतु यह ब्याज की राशि 4 प्रतिशत हरियाणा सरकार द्वारा तथा 3 प्रतिशत केन्द्र सरकार द्वारा वहन की जाती है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से सब्सिडी देकर टपकन व फव्वारा सिंचाई प्रणाली को अपनाए।उपायुक्त ने कहा कि यह योजना खासतौर पर भूजल के संरक्षण और उसकी सस्टेनेबिलिटी के लिए बनाई गई है, ताकि आने वाली पीढिय़ों के लिए जल संकट को रोका जा सके। इस योजना के तहत सरकार ने किसानों को जल संरक्षण के उपायों से अवगत कराया और विभिन्न जल संवर्धन तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में हरियाणा एवं भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे मेरी पानी मेरी विरासत जैसे जल संरक्षण अभियानों की जानकारी भी दी गई, जो पूरे देश में भूजल स्तर को बनाए रखने और जल के बेहतर उपयोग को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटल भूजल योजना की सहायता से, किसानों को यह सीखने का अवसर मिला कि किस प्रकार वे अपनी खेती में जल की बचत कर सकते हैं और भूजल के अत्यधिक दोहन से बच सकते हैं।
अंबाला कवरेज @ अंबाला। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलों को अपनाने के लिए किसानों को अब 8 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जो पहले 7 हजार रुपये प्रति एकड़ थी। इतना ही नहीं, किसानों को सहकारी बैंकों से जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर फसली ऋण उपलब्ध करवाया जाता है।उपायुक्त ने कहा कि हरको बैंक व अन्य सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को फसली ऋण 7 प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जाता है, परंतु यह ब्याज की राशि 4 प्रतिशत हरियाणा सरकार द्वारा तथा 3 प्रतिशत केन्द्र सरकार द्वारा वहन की जाती है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से सब्सिडी देकर टपकन व फव्वारा सिंचाई प्रणाली को अपनाए।उपायुक्त ने कहा कि यह योजना खासतौर पर भूजल के संरक्षण और उसकी सस्टेनेबिलिटी के लिए बनाई गई है, ताकि आने वाली पीढिय़ों के लिए जल संकट को रोका जा सके। इस योजना के तहत सरकार ने किसानों को जल संरक्षण के उपायों से अवगत कराया और विभिन्न जल संवर्धन तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में हरियाणा एवं भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे मेरी पानी मेरी विरासत जैसे जल संरक्षण अभियानों की जानकारी भी दी गई, जो पूरे देश में भूजल स्तर को बनाए रखने और जल के बेहतर उपयोग को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटल भूजल योजना की सहायता से, किसानों को यह सीखने का अवसर मिला कि किस प्रकार वे अपनी खेती में जल की बचत कर सकते हैं और भूजल के अत्यधिक दोहन से बच सकते हैं।
edited by alka rajput