अमित कुमार
अंबाला कवरेज @ अंबाला। नया शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही इद्रीश फाउंडेशन की टीम एक नई ऊर्जा के साथ मैदान में उतर गई है। संस्था का उद्देश्य समाज के जरूरतमंद बच्चों तक शिक्षा की पहुँच सुनिश्चित करना है। इसी दिशा में फाउंडेशन ने एक व्यापक अभियान की शुरुआत की है, जिसमें बच्चों को गोद लेना, उन्हें कॉपी, किताब, वर्दी और अन्य शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराना शामिल है। प्रोजेक्ट केयर’ के तहत इस वर्ष 30 जरूरतमंद बच्चों का चयन किया गया है, जिनकी स्कूल फीस समाज के मददगार और संवेदनशील लोगों के सहयोग से उपलब्ध कराई जाएगी। फाउंडेशन का मानना है कि आर्थिक अभाव किसी भी बच्चे की पढ़ाई में बाधा नहीं बनना चाहिए। साथ ही, ‘इंदु की पोटली’ नामक एक और पहल के अंतर्गत 200 से अधिक बच्चों को कॉपी, पेन, बैग और पढ़ाई में सहायक अन्य सामग्रियों का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों के चेहरों पर जो खुशी दिखाई दी, उसने इस प्रयास को और भी सार्थक बना दिया। इस अवसर पर इद्रीश फाउंडेशन की संस्थापक नेहा परवीन ने बच्चों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया और कहा, “हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाने का अधिकार है। इद्रीश फाउंडेशन का उद्देश्य है कि हम हर उस बच्चे तक पहुँचें जो संसाधनों की कमी के चलते शिक्षा से वंचित रह जाता है।”
कार्यक्रम में वंदना कौशल, करिश्मा कौशल और तरुण अग्रवाल ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई और बच्चों को सामग्री वितरण में सहयोग किया। इन सभी ने फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए इस तरह की पहलों की अत्यंत आवश्यकता है। वहीं, एस.डी. बॉयज स्कूल की प्राचार्य सुनीता मंच्दा ने भी इद्रीश फाउंडेशन के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा, “फाउंडेशन का यह कार्य शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। यदि हम सब मिलकर आगे आएं तो कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा।” इद्रीश फाउंडेशन की यह पहल न केवल बच्चों के वर्तमान को संवारने की दिशा में एक कदम है, बल्कि उनके उज्जवल भविष्य के सपनों को भी आकार दे रही है। संस्था का संकल्प है कि भविष्य में और भी अधिक बच्चों को इस अभियान से जोड़ा जाए और शिक्षा की अलख पूरे समाज में जगाई जाए।
edited by alka rajput