चंडीगढ़- हरियाणा सरकार ने इस बार खरीफ सीजन की फसलों धान, बाजरा व मक्का की खरीद के लिए मंडियों की संख्या में बढ़ोतरी करके किसानों के हित में अहम कदम उठाया है। किसानों की फसलों को उनके खेतों के नजदीक ही बिक्री करने के प्रबंध किए जाने से किसान खासे खुश हैं। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, जिनके पास खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले का विभाग भी है, ने आज प्रेस को जारी एक बयान में बताया कि राज्य सरकार ने इस बार धान, कपास, बाजरा व मूंग की फसल की सरकारी खरीद शुरू कर दी है, जिनमें बाजरा की खरीद 27 सितंबर 2020 से जबकि धान, मूंग व मक्का की खरीद 1 अक्तूबर 2020 से आरंभ की गई है। उन्होंने बताया कि धान की खरीद के लिए पिछले वर्ष जहां 196 मंडियां बनाई गई थी वहीं इस बार 198 मंडियां बनाई गई हैं। इनके अलावा, बाजरा के लिए पिछली बार 58, मक्का के लिए 17 मंडियां बनाई गई थी वहीं इस बार बढ़ाकर क्रमश: 128 व 19 मंडियां बनाई गई हैं। उपमुख्यमंत्री के अनुसार कपास को जहां भारत सरकार के उपक्रम भारतीय कपास निगम के माध्यम से खरीदा जा रहा है वहीं धान की खरीद खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, बाजरा को हरियाणा वेयरहाऊसिंग कारपोरेशन व हैफेड, मक्का को भी हैफेड तथा मूंग की फसल को हरियाणा वेयरहाऊसिंग कारपोरेशन व हैफेड एजेंसी के माध्यम से खरीदा जा रहा है। ambala today news पढ़िए खबर: उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने किसानों को लेकर किया बड़ा दावा
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डिप्टी सीएम ने बताया कि किसानों की फसलों के दाम जल्दी से जल्दी उनके खाते में भिजवाने के लिए इस बार राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि खरीदी गई कृषि उपज का भुगतान 72 घंटे में किया जाए। यह राशि भी किसानों की मर्जी के अनुसार स्थानांतरित की जाएगी, किसान चाहे तो उसकी फसलों के दाम आढ़ती के माध्यम से ले या फिर सीधा अपने खाते में, राज्य सरकार उसी के अनुसार स्थानांतरित करेगी। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पिछले करीब एक वर्ष के दौरान अनेक जनहितैषी कदम उठाए हैं, जिनमें किसानों की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाना भी उनमें से एक अहम निर्णय है। उन्होंने बताया कि जहां वर्ष 2019-20 के दौरान धान की किस्मों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1815 रूपए से लेकर 1835 रूपए प्रति क्विंटल था वहीं इस बार वर्ष 2020-21 के लिए बढ़ाकर 1868 रूपए से लेकर 1888 रूपए प्रति क्विंटल तक कर दिया है। उपमुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष बाजरा की फसल का सरकारी भाव 2,000 रूपए प्रति क्विंटल, मक्का का 1760 रूपए प्रति क्विंटल, मूंग का 7050 रूपए प्रति क्विंटल तथा कपास की किस्मों का 5255 रूपए से लेकर 5650 रूपए प्रति क्विंटल था, वहीं इस बार बाजरा का सरकारी भाव 2150 रूपए प्रति क्विंटल, मक्का का 1850 रूपए प्रति क्विंटल, मूंग का 7196 रूपए प्रति क्विंटल तथा कपास की किस्मों का 5515 रूपए से लेकर 5825 रूपए प्रति क्विंटल किया गया है। ambala today news पढ़िए खबर: उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने किसानों को लेकर किया बड़ा दावा