चण्डीगढ़। हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने उपायुक्तों को निर्देश दिये हैं कि मानसून के दौरान जिन क्षेत्रों में भी जलभराव की समस्या है उन क्षेत्रों से जल निकासी के कार्यो को जल्द से जल्द पूरा किया जाये। यह निर्देश हरियाणा के मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में उपायुक्तों के साथ आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दिए गए। हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने कहा कि जल निकासी के लिए किसी भी क्षेत्र में पम्पों की कमी नहीं होनी चाहिए। यदि किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो वे मुख्यालय से संपर्क करें। हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने उपायुक्तों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में तालाबों की संख्या के बारे में प्राथमिकता के आधार पर भौतिक निरीक्षण कर दो दिनों के भीतर क्षेत्र और खसरा संख्या के साथ रिपोर्ट करें।
हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने अधिकारियों को फसल अवशेष जलाए जाने की घटनाओं को रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए पंचायतों को शामिल करें। बैठक में उन्हें बताया गया कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है और किसानों के लिए कस्टम हायरिंग सेंटर (सीएचसी) स्थापित किए गए हैं ताकि वे किराए पर कृषि यंत्र प्राप्त कर सकें।