अम्बाला। यह कोई नदी या नाला नहीं बल्कि बरसाती पानी में डूबता अम्बाला छावनी का रिहायशी इलाका साईं का बाग है। हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने पानी की निकासी की दुर्दशा पर तंज कसते हुए कहा कि मिल रही अनेक जन शिकायतों के बाद आज उन्होंने साईं का बाग में मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। यहां पाया कि लोगों के घर बरसाती पानी में डूब रहे हैं। बच्चे, बुढ्ढे, अपंग, विधवाएं यहां तक की पशु भी घुटनों तक के बरसाती पानी के बीच में रहने का विवश हैं। जलभराव के कारण इस इलाके में पीने का पानी भी गंदा आ रहा है। इस इलाके में बरसाती पानी के जलभराव में कूड़ा कर्कट, गोबर और गंदगी होने के कारण यहां के लोगों के सिर पर बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है। हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने कहा कि बतौर पार्षद उन्होंने 2014 में इस इलाके की पानी की निकासी के लिए एक परियोजना बनाकर प्रशासन के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजी थी। जोकि मंजूर भी हो गई थी। लेकिन अफसोसजनक बात यह है कि अब तक भी इसके लिए फंड उपलब्ध नहीं करवाया जा सका। इस संबंध में वर्षा ऋतु शुरू होने से पहले एसडीएम अम्बाला को एक ज्ञापन देकर लोगों की इस ज्वलंत समस्या के समाधान की गुहार की थी और प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया था कि जून 2020 तक इस समस्या का स्थायी हल कर दिया जाएगा। लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन आंखें मूंद कर बैठा है। अम्बाला छावनी के विधायक हरियाणा सरकार के गृह मंत्री, फिर भी उनके विधानसभा क्षेत्र के लोग अमानवीय हालातों में जीवन जीने को मजबूर: चित्रा सरवारा
हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने कहा कि यहां जो ड्रेनेज प्रोजेक्ट पास हुआ था वह भी अधर में अटका हुआ है। कहीं पर पाइप नहीं डाली गई और कहीं पर मेन होल के ढक्कन नदारद हैं। इस प्रोजेक्ट का भी काम नहीं चल रहा है। सीवरेज पाइप डालने का जो काम यहां शुरू हुआ था वो भी प्रशासन की ओर से बंद कर दिया गया है। यहां के लोगों के साथ आखिर ऐसा भेदभाव क्यों हो रहा है ? हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने कहा कि अम्बाला छावनी के विधायक हरियाणा सरकार के गृह मंत्री के साथ साथ स्थानीय निकाय मंत्री भी हैं। फिर भी उनके विधानसभा क्षेत्र के लोग अमानवीय हालातों में जीवन जीने को मजबूर हैं। हरियाणा डैमोक्रेटिक फ्रंट की नेत्री चित्रा सरवारा ने कहा कि यूं तो अम्बाला छावनी के विभिन्न नालों पर करोड़ो रुपए खर्च करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन हकीकत यह है कि कुछ घंटे की बारिश में ही सड़के डूब जाती हैं और बरसाती पानी लोगों के घरों में घुस जाता है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अनिल विज को चाहिए कि वे राजनीति से ऊपर उठकर या तो स्वयं इस इलाके का दौरा करके हकीकत को जाने या फिर अपनी टीम को भेजकर रिपोर्ट मंगवाएं। लेकिन हर हाल में यहां के लोगों की इस गंभीर समस्या को युद्ध स्तर पर निपटाएं। अम्बाला छावनी के विधायक हरियाणा सरकार के गृह मंत्री, फिर भी उनके विधानसभा क्षेत्र के लोग अमानवीय हालातों में जीवन जीने को मजबूर: चित्रा सरवारा