Ambala today news: पढ़िए खबर: सास-बहू की कहानी में लगा हरी मिर्च लाल मिर्च का तड़का कशिश दुग्गल

अंबाला कवरेज @ मुंबई। दिल्ली में जन्मी और पली बढ़ी कशिश दुग्गल ने विषकन्या – एक अनोखी प्रेम कहानी, हैलो प्रतिभा, मुंहबोली शादी, बाल गोपाल करे धमाल सहित 100 से अधिक टीवी सीरीज और विश्वास, विद्रोह और आखिरी दस्तक जैसी फिल्मों में काम किया है। वो अपने थिएटर के वर्षों में काफी मशहूर हुईं और उस सर्कल में डीडी क्वीन के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने दूरदर्शन पर लाइव शो भी होस्ट किए हैं और उनके कुछ बेहतरीन कामों में किसी की नजर ना लगे शामिल हैं। हरी मिर्च लाल मिर्च एक तीखी एक करारी में, वो पुष्पी और ज्वाला की भूमिकाएं निभा रहीं हैं जो हर एक्टर का ड्रीम रोल है। दोनों किरदार बहुत अलग हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि वे उनका एक अभिन्न अंग बन गए हैं। वो उम्मीद करती हैं कि इन किरदारों को वो प्यार मिले, जिसके वो हकदार हैं। पुष्पी एक पारंपरिक, साधारण और विनम्र महिला हैं जिनकी शादी एक ऐसे परिवार में हुई है, जिसमें पुरुषों का बोलबाला है। वो एक प्यारी मां और घर में बड़ी हैं, जो अपने परिवार को बड़े अच्छे से संभालती हैं और सभी की जरूरतों को पूरा करती हैं। वो दोहरी जिंदगी जीती हैं – वो एक ‘दबंग’ पुलिस अधिकारी हैं जिनसे अपराधी घबराते हैं लेकिन उनका परिवार इससे अंजान है। इस प्रयास में उनके पति उनका साथ देते हैं क्योंकि वो अपने परिवार और करियर को लगातार संतुलित करने का प्रयास करती है। ज्वाला के रूप में, कशिश एक बिंदास महिला, एक सफल पुलिसवाली, दमदार, सही रास्ते पर चलने वाली, डराने वाली, बहादुर, न्यायप्रिय और ईमानदार है। वो अपने परिवार में परंपराओं और पितृसत्तात्मक मूल्यों को कायम रखने वाली एक सास है लेकिन ज्वाला के रूप में वो महिलाओं के व्यक्तित्व और स्वतंत्रता के मूल्य को भी समझती है। यहां कशिश अपने नए शो और कई अन्य बातों पर चर्चा कर रही हैं,Ambala today news: पढ़िए खबर: सास-बहू की कहानी में लगा हरी मिर्च लाल मिर्च का तड़का कशिश दुग्गल

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हरी मिर्च लाल मिर्च किस बारे में है?
हरी मिर्च लाल मिर्च एक तीखी एक करारी, एक ड्रामेडी (नाटक और कॉमेडी) है, और आजाद पर अपनी शैली में पहला है। ये एक तड़के के साथ सास बहू की कहानी है।
आप इस शो में कैसे आईं
यह उतना आसान नहीं था, जितना लग रहा होगा। मैंने फरवरी में कोविड लॉकडाउन के दौरान इसके लिए आॅडिशन दिया था। मैंने खुद से ही रिहर्सल की और अप्रैल के अंत में शो साइन किया था। सेल्फ टेस्ट से लेकर शो की शूटिंग तक का मेरा सफर अपने आप में एक कहानी है।
पुष्पी का किरदार निभाने के लिए आपको किस बात ने आकर्षित किया
पुष्पी एक बहुत प्यारी मां, एक प्यारी पत्नी और एक आदर्श बहू हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से पुष्पी से जुड़ती हूं। उनका परिवार उनकी दुनिया है, ठीक उसी तरह, जिस तरह कशिश के लिए है।
इस रोल को निभाने की क्या चुनौतियां हैं
सबसे बड़ी चुनौती है दोहरी जिंदगी, जो एसीपी ज्वाला और पुष्पी के रूप पुष्पी जीती है। वे दोनों एक महिला के दो बिल्कुल विपरीत व्यक्तित्व हैं और इसे निभाना रचनात्मक रूप से बहुत संतोषजनक है।
आपके अभिनय का सफर कैसे शुरू हुआ
यह सब तब शुरू हुआ, जब मैं 11 साल की थी। मुझे लगता है कि भाग्य ने ही मेरे लिए ये चुन रखा था। मुझसे हमेशा कहा जाता है कि जब मैं डांस करती हूं तो मैं बहुत एक्सप्रेसिव होती हूं और इसने मुझे सुर्खियों में ला दिया। एक ऐसा किरदार जिसे निभाना आपको पसंद था। किसी की नजर ना लगे में वंशिका बनर्जी और कम्मो का डबल रोल। यह दूरदर्शन पर एक डेली सोप था, जिसे राजा मुखर्जी द्वारा निर्मित और निर्देशित किया गया था।
आपने टीवी इंडस्ट्री में क्या बदलाव देखे हैं
टेक्नोलॉजी हर दिन बदल रही है और इसलिए हमारी इंडस्ट्री भी बदल रही है। हर स्थिति और हर बदलाव के अपने फायदे और नुकसान हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और आजाद जैसे नए चैनलों पर नए अवसरों के साथ सभी के लिए काम करने की ज्यादा गुंजाइश है। यह ज्यादा से ज्यादा प्रतिभाओं को मौका देता है। एक चीज जो असल में महामारी के दौरान अच्छे के लिए हुई थी, वह थी आत्म-परीक्षण, जिसमें एक्टर्स को आॅफिस जाने के लिए घंटों तक सफर करने और ईंधन पर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं थी। दूसरी ओर, कास्टिंग अब सोशल प्लेटफॉर्म्स पर किसी के फॉलोअर्स की संख्या पर निर्भर करती है, जो सबसे ज्यादा निराशाजनक है। इस आधार पर सबसे योग्य और अनुभवी लोगों को छोड़ दिया जाता है।
देखिए हरी मिर्च लाल मिर्च एक तीखी एक करारी, हर सोमवार से शनिवार रात 8:30 बजे आजाद पर। यह चैनल टाटा स्काई पर 183, डीडी फ्रीडिश चैनल नंबर 36 पर उपलब्ध है और एमएक्स प्लेयर पर मुफ्त में देखा जा सकता है।
बिगिनेन मीडिया
बिगिनेन मीडिया की शुरूआत अक्टूबर 2019 में हुई थी और इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है। जैसा कि इसका नाम है, बिगिनेन असल में जर्मन शब्द है, जिसका मतलब है कुछ नए की शुरूआत। इस संस्थान का उद्देश्य जनता-आधारित उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देना है। यह ग्रामीण दर्शकों के लिए विशेष तौर पर तैयार की गई प्रभावशाली कहानियों के जरिए उन्हें एक बढ़िया अनुभव देना चाहता है और हर उस जगह मौजूद रहना चाहता है, जहां दर्शक हैं। जो जन-आधारित विचारधारा बिगिनेन मीडिया को परिभाषित करती है, उसमें लंबे समय तक ग्राहकों से रिश्ता बनाए रखने के सिद्धांत शामिल हैं। इसका उद्देश्य नए, विश्वसनीय, रचनात्मक मनोरंजक अनुभव देना और संबंधित मल्टीमीडिया उत्पादों को विकसित करना है। बिगिनेन मीडिया का रणनीतिक मूल्य है नवीनता, जो इसकी कॉरपोरेट संस्कृति का मूलभूत हिस्सा है। यह संस्थान, संगठन की शक्ति में यकीन रखता है और इसके प्रमुख मूल्यों में लोगों की मांग का ख्याल रखना, सभी को शामिल करना, विविधता अपनाना, संवेदनशील रहना, बाजार पर केंद्रित रहना और सभी तक पहुंच बनाना शामिल है।
आजाद चैनल
बिगिनेन मीडिया की पहली पेशकश है आजाद, जो भारत का पहला ऐसा प्रीमियम हिंदी एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म है, जिसमें विशेष तौर पर ग्रामीण विचारधारा और ग्रामीण परिवेश के लिए कार्यक्रम दिखाए जाएंगे। पीपल फर्स्ट. रूरल फर्स्ट (सबसे पहले जनता, सबसे पहले ग्रामीण) के अपने उद्देश्य के साथ आजाद चैनल, मई 2021 से डीडी फ्री डिश और प्रमुख क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे चुनिंदा डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म आॅपरेटर्स पर उपलब्ध है। इसमें ड्रामा, एक्शन और रोमांस के साथ-साथ मनोरंजक फिल्में और बच्चों के कार्यक्रम आदि दिखाए जा रहे हैं। आजाद डीडी फ्री डिश पर चैनल नंबर 36 पर उपलब्ध है।Ambala today news: पढ़िए खबर: सास-बहू की कहानी में लगा हरी मिर्च लाल मिर्च का तड़का कशिश दुग्गल

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